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आरती का काव्य संग्रह

Artikushwaha

20 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
7 पाठक
निःशुल्क

नमस्कार मित्रों, मैं आरती कुशवाहा-- मेरी पुस्तक का शीर्षक है "आरती का काव्य संग्रह" मेरी इस पुस्तक में मैंने स्वयं की भावनाओं व शब्दों को एक सूत्र में पिरो कर कविताओं की अभिव्यक्ति की है। इसमें अलग-अलग विषयों व विभिन्न दिवसों पर कविताएं प्रस्तुत हैं। आशा करती हूं कि मेरी एक छोटी सी कोशिश व पहला प्रयास लेखिका के रूप में सफल होगा । मेरी यह पहली किताब है और आप सब का साथ एवं प्यार अवश्य प्राप्त होगा। धन्यवाद🙏🙏 

aarti ka kavya sangrah

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पुस्तक के भाग

1

रंगमंच दिवस पर कविता

28 मार्च 2022
2
1
0

<div><span style="font-size: 16px;">जीवन एक रंगमंच है कहानी पहले</span></div><div><span style="font-size: 16px;">से लिखी है </span></div><div><span style="font-size: 16px;">पर हमें पता नहीं हर कि

2

कुदरत

28 मार्च 2022
3
2
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इस कुदरत के भी क्या है कहने पहने है इसने अनमोल गहने बादल की चादरें ओढ़े हैं वादियां मानो प्रकृति की छत हो कोई धरती सुनहरी,सोंधी-सोंधीखुशबू है इसकी तन पर हरियाली है इसके छाए हु

3

मोबाइल पर कविता

28 मार्च 2022
7
2
0

बच्चे से बड़े सभी स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने लगे हैं नींद आती है तो भी नींद से जागने लगे हैं वक्त है सबसे खास वक्त को ही वक्त पे गंवाने लगे हैं आजकल सभी स्क्रीन पर अधिक समय बिताने लगे

4

मोबाइल का जमाना

29 मार्च 2022
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मोबाइल का क्या खूब जमाना हैना खत है ना संदेश मात्र कुछ सेकंडमें ही फेस टू फेस बात करवाता हैकितने बड़े कारनामे हैं मोबाइल केवो अंतर्देशीय वो लिफाफा वो कागजके पन्नों पर एहसासों का लिखना अब भूल जाना

5

रंगो का उत्सव

29 मार्च 2022
1
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0

खुशियों के रंग,बहारों के रंग हमेशा साथ रहते हैं यादों के रंग ना वक्त ठहरता है &nb

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नारी पर भारी

29 मार्च 2022
1
1
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होली पर्व पड़े है नारी पर भारी इसमें रहती है हर महिला की भागीदारी की पापड़ बेलते-बेलते सुखाते-सुखातेहाथ व चेहरे की रंगत हो जाती खोयपर ताने-बाने यही सुनाएं कि बसमहिलाएं ही पापड़ बेलती जाएं&nb

7

यादें बीते पलों की

29 मार्च 2022
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1
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ढूंढो ढूंढो रे सखी बीते उन दिनों कोउन बातों को उन हंसी ठिठोली वाली यादों को जब छत पूरी अपनी होती अंबर ताने छतरी की चादर होता चांद सितारे लालटेन की रोशनी कर जाते कितनी शीतल हवा बहती

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अपने को प्रेरित करो

29 मार्च 2022
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तकदीर को तकदीर से चुरा लो हो सके तो हर जतन आजमा लोआंसु व बुरे वक्त को भूलकरमुस्कुराहट को बस गले लगा लोअपना बना लो हर मौसम आता जाता रहेगाकभी पतझड तो कभी बहार लाता रहेगाबन जाओ खुद की हिम्मत&nb

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महिला दिवस पर कविता

29 मार्च 2022
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1
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कभी सपना बनकर तो कभी सपनों की उड़ान भरकर किसी का हौसला तो किसी की मुस्कान बन कर हर नारी से जीवन्त घर गृहस्थी हैइसीलिए हर सफल पुरुष के पीछे नारी की उपस्थिति है महिला दिवस पर समस्त

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महिला दिवस पर कविता

29 मार्च 2022
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1
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खुशियां आएं कहां से खुशियां जाएं कहां रे मात्र एक नारी ही घर को स्वर्ग बनाती है हर नारी से जीवन्त घर गृहस्थी है खुद पर भरोसा करके जीत का जश्न मनाती है कभी धूप तो कभी छांव में भी आग

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पुस्तक दिवस पर कविता

29 मार्च 2022
0
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आज पुस्तक दिवस है पुस्तक दिवस की शुभकामनाएं.....पुस्तक का भी संसार है जिसे लाइब्रेरी नाम का मिला उपहार है.. ज्ञान का सागर है पुस्तक गागर में सागर है पुस्तक.. पुस्तक बिन न होत

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योग दिवस पर कविता

29 मार्च 2022
0
1
0

विश्व योग दिवस ४४४४४४४४४४योग करें हर रोज करें आओ मिलकर हम लोग करेंअच्छा स्वास्थ्य ही है सबसे बड़ी संपत्ति आओ इसे अपनाकर मिटाएं शरीर की हर विपत्त

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संगीत दिवस पर कविता

29 मार्च 2022
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1
0

संगीत दिवस- संगीत जो तन-मन में छा जाए🎵🎵🎵🎶🎶🎶🎶🎶🎶सात सुरों का संगम है संगीतसुर लय ताल के मिलने से निकलता है मधुर संगीतसंगीत हर चिंता निराशा को हरतासंगीत सुन बीमारी भी हो

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योग के साथ संगीत दिवस

29 मार्च 2022
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1
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योग दिवस के साथ संगीत दिवस🏃‍♀️🧎🧎🧎‍♀️🎼🎼🎼🎼^^^^^^^^^^^^&amp;^^^^^^^^^^^^सात सुरों के संगम से जब बनता है संगीततन मन को तरोताजा कर जाता है गीतबस अपनी ही धुन पर बजता है संगीतसंगीत की लहरों में झंकृत

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शिक्षक दिवस पर कविता

29 मार्च 2022
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शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को नमन🙏🙏🙏गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरागुरु साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः।।मन तो था कोरा कागज, निरक्षरता से शुरुआत हुई,गुरु ने अनंत ज्ञान दिया ,

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अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर कविता

29 मार्च 2022
0
1
0

*** अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस*** ***************************मैं साक्षर हूं मैं साक्षर हूं हर कोई यह बात जब दोहराएगाहमारा राष्ट्र साक्षर राष्ट्र बन जाएगासाक्षरता मनुष्य के लिए है अत्यंत आव

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हिंदी दिवस पर कविता

29 मार्च 2022
0
1
0

राष्ट्र का उत्कर्ष है हिंदी, संपूर्ण विश्व का वंदन है हिंदी,राष्ट्र के प्रति समर्पित है हिंदी, सौहार्द,प्रेम,अनुराग है हिंदी, भारत देश की शान

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नव वर्ष पर कविता

29 मार्च 2022
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1
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अभिनंदन सुस्वागतम नव वर्ष 2022 तुम्हारा 🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐शुभकामनाओं से होगी नई शुरुआत,नया वर्ष है ,नया संघर्ष है,सफर भी है नया-नया, आगे बढ़ने के रास्ते मिलेंगे , सब बन्द दरवाजे खुलेंगे

19

नव वर्ष पर कविता

29 मार्च 2022
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1
0

वर्ष 2021 को विदाई और वर्ष 2022 को बधाई,वर्ष का आखिरी दिन है आखिरी समय है, अब यह आने वाले कल का गुजरा हुआ वर्ष हो जाएगा ,इस वर्ष से जो सीख मिली हमको,प्रकृति का विकराल रूप दिखा हमको,प्रकृति को यूँ

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गांधी जयंती पर कविता

29 मार्च 2022
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1
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आओ बच्चों तुम्हें बताएं बातें गांधी महान की आंख में ऐनक,हाथ में डंडा,तन पर खादी धोती और पैरों में खड़ाऊँ के साथ चलते थे जब वो शान सेसत्य ,अहिंसा के हथियारों से छक्केछुट जाते थे अंग्रेजों के

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