आतंकवाद हमारे देश में ही नही पुरे विश्व में विकराल रूप धारण कर लिया है । पुरे विश्व में बस्तर एक ऐसा दुर्गम क्षेत्र है जहा नक्सलवाद का बोल बाला है । भारत में अधिकतम घटनाएँ वही घटित होती है । उसे खतरनाक इलाका माना जाता है । सघन वनो से ढके यहाँ प्राकृतिक सौंदर्य तो है। इन स्थानो पर नक्सलियों ने अपना डेरा डाला है वही ट्रेनिंग भी देते है ।झिरम घाटी की घटना से आप लोग परिचित है बड़े बड़े नेता शिकार हुए थे ।नारायणन का कहना था कि देश में 800 से अधिक आतंकवादी गुट सक्रिय हैं। आतंकवाद के कारण 9/11 का विश्व का सबसे बड़ा आतंकवाद हमला था।
आतंकवाद का रूप रहेगा जिस राष्ट्र में सम्पन्नता नही है तथा पुरानी धारणाओ ने जकड़ रखा है वही विद्रोही पनप रहे है। संगठन बनाते है और धीरे-धीरे रास्ते से भटक जाते है । हिंसक आंदोलन पर उतर आते है और वारदात करते है । भोले भाले लोगो को पैसे का लालच देकर उसके हाथ में बन्दुक थमा देते हैं ।इन लोगो ने नौकरशाही बना के रखा है वर्कर को वेतन देते है । बड़ी संख्या में लोगो को शामिल करते है।दुसरे देशो के आतंकवादी से इन लोगो का सम्पर्क रहता है और आधुनिक बन्दुके सप्लाई भी करते है जिसके बल पर वारदातों को अंजाम देते है।
इनको पैसा कहाँ से उपलब्ध हो जाता है । ये डरा धमकाकर लोगो से पैसा वसूलते है या बन्दूक या बम सप्लाई करके पैसा इकट्ठा करते है।
ओसामा बिन लादेन को आप लोग जानते है ।अमेरिका में हाहाकार मचा दिया था । बड़ी मुश्किल से उसे मारा गया । दुनिया के सबसे कुख्यात पांच आतंकी के नाम:-
1.अबू बक्र अल-बगदादी, आईएसआईएस दुनिया में यह नाम अब दरिंदगी और दहशत का दूसरा नाम बन चुका हैl
2.अयमान अल जवाहिरी, अलकायदा l
3.जलालुद्दीन हक्कानी, तालिबान l
4.मौलना फजलुल्लाह, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) l
5.अबू बकर शेकऊ, बोको हरामl
आतंकवाद से देश समाज को नुकसान होता है ।जन धन की हानि होती है ।लोगो में डर व्याप्त हो जाता है ।
देश में 2021 में कुल 164 आतंकी हमले हुए थे ।आतंकवाद को रोका जा सकता है ।शान्ति पूर्वक बातचीत करके समस्या का हल निकाला जा सकता है ।शिक्षा इस क्षेत्र में काम कर सकता है ।ध्यान से सही राह में लाया जा सकता है । जब अपने होने का एहसास होगा तब दुसरे के जीवन की कीमत समझ पायेंगे।होशपूर्वक जीवन जीकर कोई व्यक्ति हिंसा अहिंसा को समझ सकता है ।