सभी लोगो को स्वास्थ्य लाभ कैसे पहुचाया जाए ?कई लोग इलाज के अभाव में प्राण त्याग देते है । ग्रामीण या कई आदिवासी इलाको में स्वास्थ्य सेवाये पहुँच नही पाती । मुख्य कारण वहाँ के लोगो का स्वास्थय के प्रति अज्ञानता व रुढ़िवाद होना है ।दुसरा कारण उन क्षेत्रों में सड़क नही होने के कारण स्वास्थय कर्मी या डॉक्टर सेवा नही दे पाते है ।याने सुविधाएँ की कमी है । सन 2012 में इन्ही समस्याओं को लेकर सयुंक्त राष्ट्र संघ में बैठक आहुत की गई है।परिणामस्वरुप 12 दिसंबर को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस मनाने का निर्णय लिया गया । (International Universal Health Coverage Day) एक संयुक्त राष्ट्र का मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय दिवस है जो हर साल 12 दिसंबर को मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस का उद्देश्य बहु-हितधारक भागीदारों के साथ मजबूत और लचीली स्वास्थ्य प्रणालियों और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
इस दिवस को बहुत कम लोग जानते है ।पोलियो उन्मूलन दिवस ,कृमि दिवस ,कुष्ठ रोग, फायलेरीया मलेरिया या स्वस्छ्ता पखवाडा आदि के बारे में लोग जानते है जागरूक हुए है । बच्चो का टीकाकरण पूर्ण करने माताए जरुर स्वास्थ्य केंद्र में पहुच जाती है ।नगर व ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सुविधाएँ सुचारु रूप से चल रही है । जंगली इलाको में रुढिवादी सोच के कारण कही कही बाधाए आ रही है ।सड़क सेवा व संचार के साधनो में विस्तार होने पर इस समस्या पर विजय पायी जा सकती है ।
कुछ बीमारी जैसे हार्ट प्रोब्लम,केन्सर का इलाज ,मेजर आपरेशन आदि के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं है ।परंतु लोग इसका इलाज नही करा पाते ।क्या कारण होगा पैसो की कमी या अस्पताल दुर दराज स्थान में होने के कारण मरीज व उसके संबंधितों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । शासन की स्किम का लाभ नही उठा पाते भष्ट्राचार हावी होने के कारण भी लोग इलाज नहीं करा पाते है । हमारे पास उपकरण नही है एक शहर से दुसरे शहर गमन करते रहते है ।कभी कभी तो इलाज के लिए विदेश तक जाना पड़ता है ।
इस प्रकार से यू एच सी का कार्य विश्व के लिये लाभप्रद है ।गुणवत्ता पूर्ण उपचार पहुच लोगो तक होनी चाहिए
सर्वे भवन्तु सुखिन:सर्वे सन्तु निरामया---।