‘’केशव प्रसाद मिश्र ‘’ के उपन्यास ‘कोहबर की शर्त ‘ पर आधारित फिल्म ‘नदिया के पार ‘ जो १९८२ में रिलीज हुयी और काफी सराही गयी और सफलता के कीर्तिमान भी रचे ! फिल्म सभी तरह के लोगो को पसंद आई और सभी के ...दिल को छुवा ,इसी कहानी को आधार बनाकर बाद में ‘राजश्री प्रोडक्शंन ‘ ने ‘हम आपके है कौन ‘ जैसी भव्य
मोगली की कहानी से शायद ही कोई अनजान हो,नब्बे के दशक का यह चरित्र जिसनेदूरदर्शन पर प्रसारित होकर उस पीढ़ी इ हर बच्चे के बचपन कभी न भुल सकनेवाला तोहफादिया था !आज की पीढ़ी उस क्रेज को समझ ही नहीं सकती जब ढेरो केबल चैनल के बजाय केवल एकचैनल हुवा करता था l विडिओ गेम्स ,मोबाईल्सऔर सैकड़ो प्रोग्राम्स के अम्बा
हिंदी फिल्मों कीप्रख्यात अभिनेत्री एवं दुखांत फिल्मों में भावुक एवं बेजोड़ अभिनय हेतु ट्रेजेडीक्वीन के खिताब से पुकारी जाने वाली उम्दा हीरोइन मीना कुमारी का असली नाम माहजबींबानो था और 1 अगस्त 1932 को ये बंबई (वर्तमान में मुंबई) में पैदा हुई थीं। उनकेपिता अली बक्श भी फिल्मों में और पारसी रंगमंच के एक
भारत कॉमिकस अभी भी बच्चो की चीज मानी जाती है ,जबकि पाश्चात्य देशो में यह काफी उपर उठ चुकी है और वहा यह संस्कृति का हिस्सा है l कॉमिक्स चरित्रों की लोकप्रियता ही है के हर साल अच्छी खासी तादाद में सुपरहीरो फिल्मे सिल्वर स्क्रीन पर दस्तक देती है और सफलता के परचम लहराती है ,( अफ़सोस बॉलिवूड को अभी भी प्य
साल 2004 की फिल्म हम तुम न केवल सुपरहिट रही वरन इसका गीत-संगीत भी बेहद हिट रहा| इसफिल्म के सभी गीत लिखे आज के प्रख्यात गीतकार प्रसून जोशी ने और संगीत दियाजतिन-ललित की जोड़ी ने| आइये देखें सुनें और सराहें इस फिल्म के सदाबहार मजेदार गीतलड़की क्यों न जाने क्यों लड़कों सी नहीं होती को जिसमें शान के साथ आवा
राजा की आयेगीबारात, गुलाम, कुछ कुछ होता है, हर दिल जो प्यार करेगा, साथिया, चलते-चलते, हम-तुम, वीर-ज़ारा, युवा, बंटी और बबली, ब्लैक, कभी अलविदा ना कहना, सांवरिया, लागा चुनरी में दाग, नो वन किल्डजेसिका, तलाश-द आंसर लाइजविद इन, बांबे टाकीज, हिचकी, मर्दानी एवं मर्दा
हिन्दी फिल्मोंमें लोकप्रिय कपूर परिवार के सदस्य एवं नामचीन अभिनेता शशि कपूर का जन्म 18 मार्च, 1938 को हुआ| शशि कपूर का असली नाम बलबीर राज कपूरहै। पिता पृथ्वीराज कपूर इनको छुटिट्यों के दौरान स्टेज पर अभिनय करने के लिएप्रोत्साहित करते रहते थे। इसी का नतीजा रहा कि शशि के बड़े भाई प्रख्यात अभिनेताराजकपू
फिल्म एक नजर में : लंडन हैज फॉलेन .कुछ अरसे पहले दो फिल्मे एक ही विषय पर आई थी , ओलंपियसहैज फॉलेन ,और रोलेंड एम्मरिक की ‘’व्हाईट हाउस डाउन ‘’ जिनमे अमरीका एवं व्हाईट हाउस पर हुवा हमला केंद्र में था ,दोनों में से ओलम्पियस हैज फॉलेन शानदार बनी थी , उसी की अगली कड़ी है ‘’लंडन हैज फॉलेन’’कहानी : अमरीकी
यूं तो शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय की अमर कृति देवदास पर बहुत सारी फ़िल्में बनीहैं लेकिन २००२ में शाहरुख़ खान, ऐश्वर्या रॉय और माधुरी दीक्षित की यादगार भूमिकाओंसे सजी फिल्म देवदास प्रख्यात फिल्मकार-निर्देशक संजय लीला भंसाली के शानदारनिर्देशन हेतु याद की जाती है| इस फिल्म का संगीत आज भी अत्यंत लोकप्रिय है|