दोस्तों आज कल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में शरीर का ख्याल रख पाना बहुत मुश्किल होता है | जिससे कई प्रकार की बीमारियाँ होती हैं उनमें से आज कल के दौर में सबसे प्रमुख बीमारी है एसिड रिफ्लक्स | एसिड रिफ्लक्स की समस्या को चिकिस्तक भाषा में गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफलक्स डिजीज (GERD) कहा जाता हैं और आम भाषा मे एसिडिटी कहते हैं |
यह लेख आपको एसिड रिफ्लक्स के कारण लक्षण और रोकने के उपायों को लेकर है इसमें चिकित्सीय सलाह या इलाज नही है क्योंकि लक्षण दिखने पर आप उचित चिकिस्तक से सम्पर्क करें और वो रोग की गम्भीरता के आधार पर इलाज शुरू करते हैं |
क्या होता है एसिड रिफ्लक्स :-
मित्रों यह समस्या मुख्यतः पाचन तंत्र की होती है हमारे शरीर मे खाना पचाने का काम भोजन नली में मौजूद अम्ल करते हैं परंतु जब ये अम्ल पेट मे अधिक मात्रा में बनने लगता है तब पेट मे एसिडिटी की समस्या होती है और ये उल्टा प्रवाहित होकर पेट से गले की ओर आने लगता है |
एसिड ज्यादा बनने का मुख्य कारण अधिक मिर्च और मसालों वाला भोजन लगातार करना हैं| इसके साथ ही नॉनवेज, शराब और सिगरेट का सेवन, दर्द निवारक दवाओं और चाय काफी अधिक पीने से भी एसिड बढ़ता है. सही समय पर भोजन करने से भी एसिड बनता है. गलत जीवन शैली से भी कभी कभी यह समस्या होती है |
एसिड रिफ्लक्स में सीने में जलन, खाया हुआ भोजन वापस गले में आना, मुंह का स्वाद खराब होना, छाती में दर्द, गला बैठना और गले में अन्य तकलीफ महसूस होना आदि समस्या होने लग जाती है।
अगर ये समस्या आपको कभी कभी होती है तो यह इतना चिंतनीय नही है क्योंकि हो सकता है आपने उस दिन ज्यादा भोजन किया हो और पेट पर दवाव के चलते एसिड रिफ्लक्स हुआ हो |
एसिड रिफ्लक्स के लक्षण:-
एसिड रिफ्लक्स के कुछ प्रारम्भिक लक्षण इस प्रकार हैं:-
● सीने में जलन (आपको ऐसा महसूस होगा कि सीने से जुड़ी कोई समस्या है)
●लगातार सूखी खांसी आना |
● मतली की स्थिति का अनुभव करना|
●बार बार उल्टी होना |
●भोजन को निगलते समय दर्द या कठिनाई का अनुभव होना|
● दंत क्षरण होना |
● ऊपरी पेट में दर्द महसूस करना|
●गले में स्वर बैठना, स्वरयंत्रशोथ, और खराश होना |
इनमे से कुछ लक्षण ऐसे हैं जिनको महसूस करते ही अतिशीघ्र डॉक्टर के पास जाना चाहिए
●छाती में दर्द
●अकारण वजन घटना
●उल्टी में खून आना
एसिड रिफ्लक्स के कारण :-
● धूम्रपान या शराब पीना |
●कुछ पेय पदार्थ पीना जैसे चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड पेय पदार्थ |
● अधिक मात्रा में भोजन करना और भोजन के बाद तुरन्त लेट जाना |
● मोटापा
● ब्लड प्रेशर , पेनकिलर की दवाइयां डॉक्टर की सलाह के बिना खाना |
● गर्भावस्था
●अधिक मसालेदार या वसा युक्त भोजन
एसिड रिफ्लक्स से बचाव कैसे करें :-
एक कहावत तो सुनी होगी एहतियात बरतना इलाज कराने से बेहतर है तो मैं यहां कुछ सावधानियां बता रही हूं जिससे आपको पोसिटिव रिस्पॉन्स मिलेगा
● जितना हो सके पेय जल पिएं |
●भोजन को धीरे धीरे करें खड़ा न निगलें |
●एक बार मे थोड़ा थोड़ा भोजन करें |
● खाने के बाद थोड़ा टहलें और 60 मिनट तक न लेटें |
● धूम्रपान तुरन्त छोड़ें |
● काफी चाय कभी खाली पेट न पिएं और कम पियें|
● तला और वसायुक्त भोजन कम करें
●और सबसे महत्वपूर्ण कम से कम 30 मिनट रोज एक्सरसाइज करें
डॉक्टर के पास कब जाएं :-
अगर आपको छाती में दर्द या खून में उल्टी, या लगातार उल्टी हो रही है तो बिना समय व्यर्थ किये तुरन्त आपको डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए | ताकि डॉक्टर उचित परीक्षण करके पता लगा सके की छाती में दर्द एसिड रिफ्लक्स का ही है या किसी अन्य बीमारी का तो नही है |
कोई भी दवा बिना डॉक्टर के परामर्श के ना लें
संतुलित आहार लें व्यायाम करें और स्वस्थ रहें
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