अहमदाबादः गुजरात के लोग सरहद पर शहीद क्यों नहीं होते। यह अजीब सवाल कर विवादों में आए यूपी के पूर्व अखिलेश यादव को अपना सामान्य ज्ञान मजबूत करने की जरूरत है। अखिलेश को अगर आंकड़ों को जानने की फुर्सत न हो तो कम से कम अपनी पार्टी के उन आइटी सेल के मेंबर्स की जरूर मदद लेनी चाहिए, जिन्होंने पार्टी की मार्केटिंग के लिए मोटे पैसे पर रखा गया है।
क्या कहा था अखिलेश ने
अखिलेश यादव ने कहा था कि सीमा पर जो भी जवान शहीद हो रहे हैं, वो यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के ही हैं। उनमें से कोई भी गुजरात का क्यों नहीं होता?अखिलेश ने 10 मई को झांसी में पार्टी मेंबरशिप कैम्पेन के दौरान कहा था- " बीजेपी सिर्फ शहीद, देशभक्ति और वंदे मातरम जैसे मुद्दों पर राजनीति कर रही है।अखिलेश के बयान पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था, “चुनाव में मिली हार के बाद से वे (अखिलेश) सदमे में हैं। जो संदेश वो देना चाहते हैं, जनता उसे स्वीकार नहीं कर सकती।”
ये है गुजरात के शहीदों का आंकड़ा
DainikBhaskarकी रिपोर्ट के मुताबिक 1965 के बाद गुजरात से 86 जवानों ने देश के लिए जान दी है। 2017 में 2 जवान शहीद हुए।
- गुजरात सरकार के मुताबिक, 1965 से अब तक कुल 86 जवान शहीद हुए हैं। इनमें आर्मी, नेवी, एयरफोर्स के 56, बीएसएफ के 13 और सीआरपीएफ के 17 जवान शामिल हैं। इनमें से 50 कारगिल जंग के बाद शहीद हुए।
- 2017 में गुजरात के रहने वाले 2 जवान शहीद हुए। ये दोनों आर्मी से थे। देवाभाई परमार भावनगर से वहीं, गोपाल सिंह भदौरिया अहमदाबाद से थे।
- 2016 में गांधीनगर के जितेंद्र कुमार नायक शहीद हुए थे। उन्होंने 7 मार्च 2016 को शहादत दी थी। इसके अलावा, 2015 में भी बनासकांठा के खानाभाई पटेल शहीद हो गए थे।
शहीदों की लिस्ट:
शहीदआर्मीBSFCRPF
कारगिल जंग के पहले3213
कारगिल जंग के बाद241214
2017 तक561317