यूपी चुनाव के लिए चुनाव प्रचार खत्म होते ही समाजवादी पार्टी के अंदर चल रहा घमासान फिर दिखने लगा है. अब मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव ने कहा है कि अब वे आगे आकर काम करेंगी और चाहती हैं कि उनके बेटे प्रतीक यादव भी राजनीति में आएं. साधना ने खुले तौर पर शिवपाल यादव का पक्ष लिया और कहा कि उनकी कोई गलती नहीं है जबकि अखिलेश यादव को गुमराह किया गया है.
साधना ने कहा कि मैंने नेताजी से कह दिया है कि . अब मैं आगे आकर काम करूंगी. मैंने नेताजी को बता दिया है कि अब मैं आपकी नहीं सुनूंगी. मुझे कोई पद नहीं चाहिए, सैलरी नहीं चाहिए लेकिन मैं पीछे नहीं हटूंगी.
उन्होंने कहा कि अब मैं पीछे नहीं जा सकती. मैंने लंबे समय तक अपमान सहा है लेकिन अब मैं चुप नहीं रह सकती. उन्होंने कहा कि अखिलेश मुझे पूरा सम्मान देते हैं और उन्होंने कभी मेरे खिलाफ कोई अपशब्द नहीं बोला.
साधना यादव ने कहा कि नेता जी पार्टी का चेहरा हैं और उन्हें किसी भी कीमत पर दरकिनार नहीं किया जाना चाहिए था. ये ठीक नहीं है. साधना ने कहा कि मेरी नजर में शिवपाल पूरी तरह निर्दोष हैं. जब उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया तब रामगोपाल यादव को नेताजी को रोकना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के प्रति मेरा स्नेह है लेकिन मुझे लगता है कि किसी ने उन्हें गुमराह किया है. साधना ने कहा कि मैं अब पीछे नहीं हटूंगी. मेरे लिए सम्मान सबसे पहली चीज है. अतीत में मेरा कई बार अपमान हुआ है लेकिन अब मैं ऐसा नहीं होने दूंगी.