देहरादून. उत्तराखंड की फूलों की घाटी जो कि दुनिया भर में प्रसिद्ध है. जहां हर रोज़ देश-विदेश से पर्यटकों का जमावड़ा लगता है. इस साल पर्यटकों सबसे बड़ा आंकड़ा है. बताया जा रहा है कि घाटी 31 अक्टूबर को पर्यटकों के लिए बंद कर दी जाएगी. यहां 500 से अधिक प्रजाति के फूलों के साथ ही दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव भी पाए जाते हैं. वर्ष 2013 की आपदा के बाद फूलों की घाटी पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या भी नगण्य रह गई थी.
दरअसल इस बार पर्यटकों को लेकर अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी देखने को मिली. उत्तराखंड के सीमांत चमोली जिले में 87.5 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली फूलों की घाटी को वर्ष 1982 में राष्ट्रीय पार्क और वर्ष 2005 में यूनेस्को की ओर से विश्व धरोहर घोषित किया गया. नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के वन क्षेत्राधिकारी दीपक रावत ने बताया कि अब तक घाटी पहुंचे पर्यटकों से वन विभाग को 17 लाख 20 हजार रुपये की आय हो चुकी है.
बता दें कि कुछ दिनों पहले यहां कुछ विदेशी पर्यटक आपदा की वजह से फस गए थे. जिन्हे बाद में वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया था.