आज की इस दुनिया में जब सभी अपने मन के मुताबमुताबिक जी रहे है और भारत देश का संविधान सबको अपनी इच्छा से जीने का अधिकार भी देता है लेकिन जो लोग समाज के साथ अपने परिवार व समाज में रह रहे है उन्हें इज्जत और बेईज्जत का सदा खतरा रहता है वो इसलिये जो सदा सम्मानपूर्वक इन्सान समाज में खड़ा है और उसके परिवार का कोई सदस्य या उसकी औल्लाद उसकी इज्जत को दूषित कर दे तो उस इंसान को जीते जी मरण होना सुनीस्चित हो जाता है इसलिये सभी का आदर करे और सम्मान व आदर के साथ खड़े रहे जीते रहे सम्मान देते रहे सभी को |