इस कलयुग में माता पिता बड़े या औलाद
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आज के इस आधुनिक युग में आटा चक्की की तरह पिसती जिन्दगी में लोग चौबीस घंटे दिन रात अपने परिवार की आजिविका को चलाने के लिये प्रयत्नशील है ऐसे में प्रश्न उठता है की क्या संस्कार आज भी है या समाप्त हो चले
जैसा की आप सभी जानते है की भारत की मात्रभाषा हिन्दी रही है अर्थात हम भारतवासी अपनी हिन्दी भाषा को अपनी माँ का दर्जा देते है अत: जब कोई भाषा किसी देश की माँ है और आज आलम यह है की किसी भी स्कूल कॉलैज मे
जैसा की आप सभी जानते है की हमारे भारत देश में गुरु का दर्जा व गुरु का आदर कितना ऊंचा व कितना सर्वोपर्रि है किन्तु अगर आज के हालात देखे तो क्या गुरु की कदर आज कहीं होती है तो जवाब है- नही वो इसलिये की
प्रेम की परिभाषा की अगर बात करे तो दो पवित्र आत्माओं के मिलन का नाम ही प्रेम है भगवान राधा और कृष्ण जैसे पवित्र प्रेम की अभिलाषा इस संसार में दूसरा कोई नही है आज के कलयुग मेंवासनाओं के पूजारी इतने भर
जैसा की आप सभी जानते है की दोस्ती कहीं से भी किसी से भी और कैसे भी हो सकती है किन्तु देखने वाली बात यह है की क्या आज के समय में ऐसा संभव है तो जवाब होगा नही आज की दुनिया में सब पैसों से ही हर चीज को त
आज की इस दुनिया में जब सभी अपने मन के मुताबमुताबिक जी रहे है और भारत देश का संविधान सबको अपनी इच्छा से जीने का अधिकार भी देता है लेकिन जो लोग समाज के साथ अपने परिवार व समाज में रह रहे है उन्हें इज्जत
सभी इंसान इस धरती पर सु:ख की आस चाहते है और उसके लिये नित्य परिश्रम भी करते रहते है और अपनी तरफ से ईश्वर को भी प्रसन्न करते रहते है ताकि उनके परिवार व उनकी संतान को किसी भी तरह का दु:ख ना देखने पड़े जी
आप सभी ने यह देखा होगा की जब भी हम कोई फिल्म या किसी भी वीडियो में भावुकता का कोई प्रसंग देखते या सुनते है तो हमारा मन इतना भावुक हो जाता है की हमारे भावुक मन से विरह के आंसू आँखों द्वारा निकलने लगते
सबसे पहले तो इस हादसे में मृत्यु को प्राप्त हुये लोगों को ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे वे उनके परिवार को इतनी हिम्मत दे ताकि वह इस दारूण दुख से लड़ सके | अब बात करे इस दुर्घटना की तो किसी भी दुर्घटना क
आरक्षण राजनीति की संजीवनी दवा है जिसे कोई भी ग्रहण कर अपनी पीड़आओं से मुक्ति पा सकता है| अब देखने वाली बात यह है की सरकार इस महिला आरक्षण पर कितनी खरी उतरती है महिलाओं को आरक्षण में कैसी और कितनी सुविध
हर देश शांति चाहता है चाहे वह भारत देश हो या फिर और कोई मुल्क हो लेकिन दौलत और ताकत आज के समय में दो ऐसे घातक रुपी हथियार बन चुके है जिन्हे हर कोई देश बड़े पैमाने पर पाना चाहता है और जिसके लिये वह हर स
आतंकवाद के कई ऐसे संघटन है जो की इजरायल देश को घेरे हुये है जिनमे से आईऐसऐस ,हिजबुल मुजाहिदीन ,लश्कर इत्यादि ऐसे आतंकवादी संघटन है जो की इजरायल देश पर पर चौबीस घंटे हमला करने की फिराक में रहते है इजरा