नई दिल्ली : केंद्र की मोदी सरकार के मंत्रालयों को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पत्र लिखा है कि वह बीजेपी के महापुरुष दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी पर सभी मंत्रालयों में प्रकाशित होने वाले विज्ञापनों में उनकी जन्म शताब्दी का 'लोगो' (चिन्ह) इस्तेमाल करें। इकनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार अमित शाह ने अप्रैल में जो पत्र केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों को लिखा है उसमे कहा गया है कि अगर मंत्रालयों और विभागों ने अपने यहाँ प्रकाशित होने वाली सामग्री में लोगो छापने का इस्तेमाल नहीं किया तो उन्हें इसे छापने का इंतज़ाम करना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी का कहना है कि ऐसा संभवतः पहली बार हुआ है जब किसी पार्टी अध्यक्ष ने सीधे मंत्रालयों को पत्र लिखा है। यानी पहली बार किसी पार्टी अध्यक्ष ने सीधे तौर पर सरकार के मंत्रालयों को आदेश दिया है। हालंकि इससे पहले मंत्रालय और इनके अधीन आने वाली कई कंपनियां 'स्वच्छ भारत' और अन्य लोगो का इस्तेमाल तो करती थी लेकिन अब उन्हें दीनदयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी का लोगो इस्तेमाल करना पड़ेगाा।
रिपोर्ट के अनुसार शाह ने मंत्रालयों को यह भी आदेश दिया है कि अगले छह महीनों में दीनदयाल उपाध्याय की कही बातों के लिए प्रचार-प्रसार के कार्यक्रम तय करें। केंद्र सरकार ने पिछले साल 25 सितम्बर से ये कार्यक्रम शुरू कए थे और इसके लिए आयोजन समिति भी बनाई थी।
गौरतलब है कि जनसंघ और बीजेपी के नेता रहे दीनदयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी समारोह के लिए केंद्र ने 100 करोड़ रूपये आबंटित किये हैं। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार अपनी कई स्कीमों में दीनदयाल उपाध्याय का नाम जोड़ती आयी है। दीनदयाल उपाध्याय जनसंघ के नेता थे और जनसंघ से ही बीजेपी निकली।