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अंतरिक्ष

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वो करेंगे क्या भला, दो कदम जो न चला, जागने की हो घड़ी पर सुप्त है।  @नील पदम्  

"चांद पर तिरंगा"चंद्रमा पर आज तिरंगा फहरायेगा,हिंदुस्तानहर हिंदुस्तानी के चेहरे पर छायेगी,मुस्कानजब चंद्रमा सतह पर उतरेगा,हमारा चंद्रयानलड्डू बटेंगे,विश्वभर में होगा हिंद का गुणगानविक्रम लेंडर आज तेरा

 अंतरिक्ष एक अद्भुत और रहस्यमय स्थान है जो पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर फैला हुआ है। यह बिना हवा और वायु के स्थान है, जिसमें तापमान बहुत नीचा होता है और धरती से दूरी अनगिनत योजनाओं में मापी जाती है

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 चंद्रयान 3: भारत का महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन नई सीमाओं का पता लगाने के लिए तैयार है परिचय भारत के प्रतिष्ठित चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम की तीसरी किस्त चंद्रयान 3 एक बार फिर इतिहास रचने को तैयार

कल्पना की उड़ान भरी, चांद सितारों की दुनिया। चांद की चांदनी रात में, झील सितारों की बगिया।। कल्पना की पराकाष्ठा पर, चांद पर भी घर बसने लगे। ऑक्सीजन की आपूर्ति को, मास्क सभी लोग पहने लगे।। कल्पना की उड

2050 की दुनिया में,हर इंसान रोबोट होगा।खाने में स्वाद नमक नहीं,कैप्सूल का उपयोग होगा।।वक़्त न पास किसी के,देखें आस पड़ोस भी।भीड़ भाड़ न होगी कहीं,न होंगे रिश्ते नाते भी।।सैर सपाटे के लिए सभी,हवा में उ

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आजकल 5जी तकनीक आ गया है ।जमाना बहुत तेजी से बदल रहा है ।3जी,4जी के बाद अब 5जी का इस्तेमाल तेजी से हो गया है ।बड़े बड़े शहरों में तो यह पैर जमा चुका है । 5जी में बहुत तेजी से डाउनलोड हो जाता है ।बड़

आज का युग विज्ञान का युग है। हर दिन होने वाले नवीन वैज्ञानिक आविष्कार दुनिया में नयी क्रांति कर रहे हैं। आज विज्ञान के आविष्कारों ने दैनिक जीवन सम्बन्धी, शिक्षण, चिकित्सा, यातायात, संचार आदि क्षेत्रों

धरती सूरज चाँद सितारे,अंतरिक्ष में स्थित हैं सारे,सभी लगे हैं प्यारे प्यारे,जीवन का आधार हैं सारे।चाँद लगाए पृथ्वी का चक्कर,धरा घूम रही अपने पथ पर,सूर्य ग्रहों का केंद्र बिंदु है,सभी लगाते हैं उसका चक

अपनी गोद में हजारों तारें लिए हुए , अनेक ग्रहों , ध्रुवों को लिए हुए , अपने सिर पर चांद का ताज लगाए हुए ,हमेशा मुस्कुराता रहता ।धरती को पानी से भर जाता , जन - जन की प्यास मिटाता , 

पहन कर नकाब और खुद चाहे बचा लेते हैतीखी धूप से मिली गुनगुनाहट को कहा रोक पाते हैखारे पानी का वो दरिया बहा ले जाते हैआंसुओं के सैलाब में कहां खुशी के पल ठहर पाते हैकहने को काला टीका बुरी नजर से बचाते ह

अंतरिक्ष स्वरूप बहुत लुभावना लगता है। जब अंतरिक्ष के बारे में ख्याल आता है तो कितनी ही कल्पनाएं मन मस्तिक घर करती है। हर मौसम में जैसे अंतरिक्ष अपना रंग बदलता और खूबसूरत नजर आता है।     

अंतरिक्ष का नाम सुनते ही एक ऐसी जगह का प्रतिबिम्ब मस्तिश्क में उभरता है जहां गहन अंधकार और मौन के मध्य भार रहित होकर उड़ते अनेकों ग्रह, उपग्रह और विभिन्न तारामण्डल का समूह जो अनवरत बनता और बिगड़ता रहता

असीम आयाम असीमित दूरी ,धरा से अति दूर है।घोर अंधेरा ना मानव जीवन,चांद तारों का नूर है।।जगमगाती रोशनी तारों की, प्रकाश से जगमगा रही।सिर्फ नजर आता आंखों से ,दूर है अस्तित्व कहीं।।ग्रह ,नक्षत्र है ग

विज्ञान की एक शाखा का नाम है अंतरिक्ष जिसमें अंतरिक्ष में हो रही समस्त भौगोलिक घटनाओं का अध्यन किया जाता है जैसे की तारामण्डल , सौरमण्डल,  आकाश गंगा,  इस्टियौरोइड,  इत्यादि |भारत में अं

अंतरिक्ष - वह विस्तार है जो पृथ्वी से परे और आकाशीय पिंडों के बीच मौजूद है। बाहरी स्थान पूरी तरह से खाली नहीं है - यह एक कठोर निर्वात है जिसमें कणों का कम घनत्व होता है, मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलि

आज हमारा भारत देश सफलताओं की ऊंची उड़ान भर रहा है जिसे देख आज भारत देश विकसित देशों की श्रेणी में आ गया है और सभी भारत में चल रही सुदृढ नीतियों की  तरफ आकर्षित हो रहे हैं जिसमें हमारे प्रधानमंत्री

जगमगाते सितारे टिमटिमाते,कितने देखो चांदनी रात में।चांद भी अपनी बिखेर रहा,रौशनी कितनी चांदनी रात में।।जगमगाते सितारे का मंडल,आभा बिखेर रहा है अपनी।सप्त ऋषियों का समूह भी,एक जुटता दिखा रहा अपनी।।जगमगात

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अहमदाबाद की फिजिकल रिसर्च लैबोरेट्री (PRL) के वैज्ञानिकों के एक समूह ने एक ग्रह खोज निकाला है ।इस खोज के लिए Mount Abu के गुरुशिखर ऑब्ज़र्वेटरी में रखे गए PARAS (PRL Advance Radial-Velocity Abu-Sky Search) स्पेक्टोग्राफ जिसमे 1.2m टेलिस्कोप भी था को इस्तेमाल कर के ग्रह के mass को नापा गया,जिसकी वजह स

टी.वी, रेडियो, दूरसंचार, मौसम की भविष्यवाणी करने, अंतरराष्ट्रीय टेलीफोन संवादों, सुरक्षा उपायों, जासूसी करने, दूरस्थ ग्रह-नक्षत्रों का अध्ययन करने के लिए कृत्रिम अपग्रह अंतरिक्ष में भेजे जाते हैं। संसार का पहला उपग्रह स्पुतनिक-1 था। इसे 4 अक्तूबर, 1957 को सोवियत संघ से अंतरिक्ष में छोड़ा गया था। आज

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