सोमनाथ का भाषण IIT बॉम्बे में
इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने हाल ही में भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान, IIT बॉम्बे में एक भाषण दिया है। इस भाषण के माध्यम से उन्होंने अपने दृष्टिकोण और भविष्य की दिशा में अपनी आशाएं साझा की हैं।
इतिहास का महत्व :-
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चेयरमैन का यह भाषण IIT बॉम्बे के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पल बना है, क्योंकि यह एक ऐसे स्थान पर हुआ जहां तकनीकी शिक्षा का उच्च स्तर है और छात्र उद्यमी हैं।
आत्मनिर्भरता की बढ़ती जा राह :-
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चेयरमैन ने व्यक्तिगत स्तर पर IIT के छात्रों को अंतरिक्ष अनुसंधान में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है। इससे स्पष्ट होता है कि उन्हें आत्मनिर्भरता की बढ़ती जा राह में इन तकनीकी गुणवत्ता के स्थानों की आवश्यकता है।
युवा पीढ़ी के साथ साझा किए गए उत्साहपूर्ण विचार :-
सोमनाथ ने यह देखकर खुशी व्यक्त की है कि युवा पीढ़ी में अधिक संख्या में IITians अंतरिक्ष कार्यक्रम में जुड़ रहे हैं। उन्होंने यह आशा जताई है कि इससे नागरिकता निर्माण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान होगा।
समापन :-
यह भाषण न केवल इंजीनियरिंग और अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत है, बल्कि यह भी एक सकारात्मक दृष्टिकोण बना रखता है जो देश के अगले चरण में तकनीकी समृद्धि में सामर्थ्य बढ़ा सकता है।