दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट में BCCI के सुधार के मसले पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने आज सख्त रुख अपनाते हुए पूछा कि क्या BCCI अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के खिलाफ परजूरी यानी कोर्ट में झूठे साक्ष्य देने का मामला बनता है या नहीं?
दरअसल मामला कुछ यूं है कि जब शशांक मनोहर BCCI के अध्यक्ष थे तब उन्होंने कहा था कि BCCI में सीएजी का नामांकित अफसर सरकार का दखल माना जाएगा और इसके चलते BCCI, आईसीसी की सदस्यता को खो देगी.
बाद में जब मनोहर आईसीसी के चेयरमैन बने तो इस संबंध में अनुराग ठाकुर ने उनसे एक पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा था लेकिन मामला कोर्ट में विचाराधीन होने की बात कहते हुए मनोहर ने ऐसा करने से मना कर दिया.
इस पर अनुराग ने कोर्ट में आकर कहा कि उन्होंने इस आशय की चिट्ठी मांगी ही नहीं. ऐसे में आज गोपाल ने कहा कि ये दोनों बातें अलग-अलग हैं लिहाजा ठाकुर पर परजूरी का मामला बनता है.