मेरे भावों के सप्तरंगों का इंद्रधनुष है, गीतों की लड़ियों, कविताओं के छंदों में, अलग अलग फैली, जैसे समेटने की कोशिश में बिखर गई पंखुड़ियां हों या अलग अलग ऱग के फूलों की।
भारत के प्रसिद्ध पुस्तकें और उनके लेखक, भारत आदिकाल से ही विद्वानों का देश रहा है, और इसकी झलक आप सीधे सीधे किताबों में देख सकते हैं, भारत की लेखकों द्वारा की गई रचनाएं बेहद ज्ञानवर्धक और अलग होता हैं। तो आइए देखते है कि प्रसिद्ध किताबें और उनके लेखक
मेरी इस किताब में जीवन के विभिन्न सफर जो हम तय करते है। तथा सामाजिक स्थिति का जिक्र किया है। सामाजिक बुराइयों का अवलोकन मेरी इस किताब में किया गया है।