नई दिल्लीः मध्य प्रदेश में पांच सौ करोड़ के हवाला कांड की जांच में तेजी लाने पर शिवराज सरकार में ट्रांसफर होने से सुर्खियों में आए एसपी गौरव तिवारी फिर चर्चा में हैं। इस बार वे सूबे के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह से ही मोर्चा ले बैठे हैं। मामला भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए एसपी के एक आदेश से जुड़ा है, जिसे गृहमंत्री गलत ठहरा रहे हैं। इस पर एसपी ने भी कह दिया है कि उन्हें कोई भी नोटिस मिलेगी तो जवाब दें देंगे। फिलहाल भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी मुहिम नहीं थमेगी। नहीं रुकेगी। चाहे जो हो जाए।
क्या है एसपी का आदेश
कटना से स्थानांतरण के बाद छिंदवाड़ा में चार्ज लेते ही एसपी गौरव तिवारी एक्शनमोड में हैं। उन्होंने बीते दिनों एक आदेश जारी किया। जिसमें कहा है कि-अगर किसी भी थाना या चौकी के स्टाफ का कोई भी पुलिस कर्मी लोकायुक्त द्वारा किसी भी मामले में पकड़ा जाता है तो वहां के थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया जाएगा। जब एसपी के इस आदेश की कॉपी कुछ पुलिसकर्मियों ने गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह तक पहुंचाया तो वे नाराज हो उठे।
क्या बोले मंत्री
गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने एसपी के आदेश को गलत ठहराया है। तर्क दिया है कि अगर ट्रैफिक इंस्पेक्टर कोई गलती करता है तो क्या एसपी को निलंबित कर दिया जाना चाहिए। फिर किसी पुलिसकर्मी की गलती का खामियाजा थानेदार क्यों भुकते। गृहमंत्री ने आदेश को गलत ठहराते हुए समीक्षा करने का आदेश दिया है। कहा कि समीक्षा में यदि एसपी का आदेश गलत पाया जाता है तो उन्हें नोटिस दिया जाएगा। यहां तक कि एसपी पर भी कार्रवाई हो सकती है।
शिवराज सरकार के लिए मुसीबत बने हैं गौरव तिवारी
जब गौरव तिवारी कटनी में एसपी रहे तो उन्होंने पांच सौ करोड़ के हवालाकांड का पर्दाफाश किया। जांच में कई सफेदपोश और रसूखदार लोगों के नाम सामने आने लगे तो एसपी पर उन्हें बचाने का ऊपर से दबाव डाला गया। इसे उन्होंने अनसुनी कर दिया। सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कान भरा तो उन्होंने कटनी से हटाकर छिंदवाड़ा ट्रांसफर करने को कह दिया। अब छिंदवाड़ा में चार्ज लेने के बाद भी एसपी गौरव तिवारी का पुराना तेवर बरकरार है। वहीं अब वे गृहमंत्री से तनानती के बाद चर्चा में हैं।