नई दिल्ली : यूपी के बाहुबली अतीक अहमद को सपा ने कानपुर की कैंट विधानसभा चुनाव से टिकट देकर आफत सिर मोल ले ली है. दरअसल टिकट मिलते ही अतीक अहमद ने इलाहाबाद के नैनी में बुधवार को अपने दर्जनों समर्थकों के साथ शियाट्स में शिक्षकों तथा कर्मचारियों को जमकर पीटा. जिसके बाद उनके खिलाफ एफआरआई दर्ज कर ली गयी है.
बढ़ा अतीक का ख़ौफ
सूत्रों के मुताबिक यूपी के शांत पड़े बाहुबली अतीक का ख़ौफ सपा से टिकट मिलने के बाद एक बार फिर इलाहाबाद में दिखाई दे रहा है. बताया जाता है कि एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से क्लीनचिट मिलने के एक दिन बाद ही उन पर इलाहाबाद के नैनी स्थित शियाट्स में मारपीट करने को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है. मालूम हो कि समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद अतीक को कानपुर में कैंट सीट से विधानसभा चुनाव का उम्मीदवार घोषित किया है.
प्रोफेसर के अपहरण का प्रयास
आरोप है कि पूर्व सांसद बुधवार शाम शियाट्स पहुंचे जहां उनके आदमियों ने शिक्षकों तथा कर्मचारियों को जमकर पीटा. मीडिया प्रभारी और सुरक्षा अधिकारी की भी पिटाई की गई. एसोसिएट प्रोफेसर के अपहरण का प्रयास किया गया. उनका टैब लूट लिया. हथियार से लैस लोगों की मौजूदगी और मारपीट से संस्थान में अफरातफरी मच गई. करीब आधे घंटे बाद अतीक और उनके आदमी वहां से गए. इसके बाद पुलिस पहुंची.
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
अतीक अहमद को नामजद करते हुए नैनी थाने में लिखित शिकायत की गई तो पुलिस ने एफआईआर लिखकर जांच शुरू की. इस दौरान पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. इस हमले में जनसंंपर्क अधिकारी डा. रमाकांंत दूबे एवं सुरक्षा अधिकारी आरके. सिंह, सुरक्षा सहायक विजय शंकर शुक्ला, सुधेंदु उपाध्याय, गोविंद प्रजापति आदि को चोटे आयीं हैं.
डा. रमाकांत की ओर से दी गयी तहरीर में पूर्व सांसद के अलावा निष्कासित छात्र मोहम्मद सैफ सिद्दीकी, दिव्यांशु कुंदल, सिराज, नाजिर समेत 50 से 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी गयी.
क्या बोली पुलिस ?
सीओ करछना बृजनंदन राय ने बताया कि पूर्व कालेज की तरफ से मिली तहरीर के आधार पर पूर्व सांसद अतीक अहमद व उनके साथ आए अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. इधर मऊ जा रहे सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह ने प्रेस कर्मियों से बात करते हुए कहा है कि अतीक अगर दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.