पटना: बिहार में आई बाढ़ से तबाह हुए लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. एक तरफ जहां बाढ़ ने उनका सब कुछ ले लिया वहीं दूसरी तरफ बड़ी मुश्किल से बची जान भी प्रशासन लेने पर अमादा है. इसका प्रमाण देखने को मिला वैशाली जिले में जहां के एक राहत कैंप ने होम्योपैथिक का डॉक्टर मरीजों को अंग्रेजी दवा दे रहा है. ये हाल लालू के लाल और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी के चुनाव क्षेत्र राघोपुर के तेरसिया का है. पूरे बिहार में कैसी व्यवस्था होगी इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं.
होमियोपैथी डॉक्टर दे रहे हैं अंग्रेजी दवा
राघोपुर के तेरसिया में एनएच 77 के पास बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कैंप लगाया गया है. जहां बिमार पड़े लोगों का इलाज करने की जिम्मेदारी डॉ. अजीत के हाथों में दी गई है. डॉ अजीत लोगों का इलाज भी कर रहे हैं और अंग्रेजी दवाईयां भी दे रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात ये है कि अंग्रेजी की दवा लेने की सलाह देने वाले डॉक्टर अजीत होम्योपेथ के डॉक्टर हैं. सवाल ये उठता है कि जिसे अंग्रेजी दवा के बारे में जानकारी नहीं वो लोगों को दवा लेने की सलाह कैसे दे सकता है.
कुछ हुआ तो भेज देंगे अस्पताल
इस बारे में जब डॉक्टर साहब से पूछा गया तो डॉक्टर अमित ने कहा कि बाढ़ में सब चलता है. पत्रकारों ने उनसे पूछा कि अगर गलत दवा देने से कुछ हो गया तो. इस बात पर जो जवाब मिला वो चौकाने वाला था. डॉक्टर ने कहा कि अगर कुछ होगा तो सेट्रीजीन जवा देकर एंबुलेंस से सदर अस्पताल भेज देंगे.
लालू के दोनों बेटों का है चुनाव क्षेत्र
आपको बता दें की लालू यादव को दोनों बेटे वैशाली जिले से ही चुनाव लड़ते हैं. छोटे बेटे का चुनाव क्षेत्र राघोपुर है और बड़े बेटे का चुनाव क्षेत्र महुआ है. लालू के दोनों ही बेटे बिहार सरकार में मंत्री है. लेकिन बावजूद इसके इलाके के बाढ़ राहत कैंप में इस तरह की लापरवाही देखी जा रही है. पूरे बिहार में हालात कैसे होंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.