भोपाल: पूरा प्रदेश जिस वक़्त बारिश के चलते परेशानियों का सामना कर रहा था उसी समय सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान अमेरिकी यात्रा में मसरूफ़ हैं, अत्याधिक बारिश के कारण सबकुछ बरबाद हो चला है, लोगों के लिए चल रही योजनाएं तो जैसे काग़ज पर सिमट कर रह गई हैं, विंध्य और बुंदेलखंड में तो हालात बद से बदतर नज़र आ रहे हैं। इस बार राज्य में 40% अतिरिक्त वर्षा दर्ज की गई. जिसके कारण राज्य में 101 लोगों की जान चा चुकी है और बाढ़ ने 3.5 लाख लोगों को प्रभावित किया है। और बाढ़ के कारण झूठे विकास की एसी कलई खुली की सरकार को जवान देते नहीं बन रहा है। जिन सड़कों का बखान कर सीएम साहब प्रदेश में विकास की बातें किया करते थें वो सड़के बारिश में ऐसे बह गई मानों कागज की नाव हो. मुख्य मार्गों के इस तरह बारिश में बह जाने के बाद सीएम शिवराज की चौतरफा आलोचना हो रही है.
हर तरफ हुई है तबाही
सड़के ख़स्ताहाल हो चली हैं, किओटा-कटरा, रीवा-चुरहट, रीवा-गोविन्दगढ़ की सड़को के साथ तो खिलवाड़ किया जाता रहा है, इसे कितनी बार बनाया जा चुका है इसका हिसाब तो सरकार के पास भी नही होगा, लेकिन हालत जस के तस है। हाउसिंग बोर्ड की तीन मंजिला शॉपिंग परिसर, मैहर में कुछ ही साल पहले बनाई गई थी. वो भी 20 अगस्त को मलबे में तब्दील हो गई, जिसमें 40 वर्षीय महिला की मृतयु हो गई जिसके बाद 22 अगस्त को पुलिस ने हाउसिंग बोर्ड के पांच इंजीनियरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। रीवा, जबलपुर, सागर, मैहर समेत कई जगहा हालात बेहद खराब हैं, सड़क बनाने में उचित योजना के अभाव के कारण बाढ़ का पानी गांवों और शहरों में घुस रहा है। नई सडकों को बनाते समय कोई उचित आउटलेट का इस्तेमाल नहीं किया गया जिसका नतीजा सबके सामने है, इलाके में तबाही मची हुई है। मामा के नाम से मशहूर सीएम साहब ने भांजे भांजियों के प्रति जो असंवेदनशीलता का परिचय दिया है वो वाकई नाक़ाबिले बर्दाशत है।
सड़को की बदहाली, विकास की झूठी डुगडुगी
विपक्ष के पूर्व नेता अजय सिंह ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया उन्होंने कहा कि , "जब राज्य की राजधानी में सड़कों ऐसी बुरी हालत में हैं तो रीवा जिले में सड़कों की क्या स्थिति होगी इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। भ्रष्टाचार की वजह से सड़के क्षतिग्रस्त हो गई। "किओटी-कटरा, रीवा, चुरहट में 10 साल की बनी सड़कों का हाल बेहाल है, लोगों ने सड़क के निर्माण को लेकर जमकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। रीवा में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता गजेंद्र सिंह ने कहा सड़कों कि इस तरह की व्यापक क्षति भ्रष्टाचार के बिना संभव नहीं था। इस में एक उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषी को दंडित किया जाना चाहिए। "लोक निर्माण विभाग के अधिकारी हर्षित ठाकुर ने इस सब आरोपों से इंकार करते हुए कहा है कि सड़कों के निर्माण में किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
शिवराज की असंवेदनशीलता
बुंदेलखंड का मंज़र भी कम दर्दनाक नहीं है जिसमें पन्ना जिले में कम से कम पांच बांध बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि छतरपुर और टीकमगढ़ में भी बर्बादी का मंज़र भयावह है। सूत्रों का कहना है कि बांध बाढ़ के पानी के प्रभाव को सहन नहीं कर सकते क्योंकि इसके निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग हुआ है। राज्य सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं लेकन बड़ा सवाल यही कि सूबे का एसा हाल और मुख्यमंत्री विदेश यात्रा में विलीन है जिस वक़्त समूचा प्रदेश शिवराज सिंह को उम्मीद भरी निग़ाहों से देख रहा था, ठीक उसी वक़्त प्रदेश के मुखिया प्रदेश के भविष्य की प्रगतिकरण के लिए प्रदेश की जनता को बदहाल अवस्था में छोड़ हवाई जहाज से सात समंदर पार चल दिए। अब न्यूयार्क पहुंचकर शिवराज असीम संभावनाओं की तलाश की चिडिया उड़ा रहे हैं, और प्रदेश की जनता त्राहि त्राहि कर रही हैं, जनता हैरान है कि सीएम साहब का ये कैसा मज़ाक है लग यही रहा है कि रोम जल था और नीरो बांसुरी बजा रहा था।