नई दिल्लीः सांसद केशव प्रसाद मौर्या और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा की मुख्यमंत्री पद पर ताजपोशी नहीं हुई तो भाजपा ने उन्हें डिप्टी सीएम बनाकर दिल रखा। माना जा रहा है कि दो डिप्टी सीएम तय करने के पीछे मोदी-शाह की रणनीति है कि योगी को नियंत्रित रखा जाए। यही वजह है कि पहले से पूरी स्क्रिप्ट लिखी गई। पर्यवेक्षक वैंकैया नायडू ने योगी के साथ मीटिंग में कह दिया था कि आपको सीएम बनाया जाता है। मगर आप दो सहयोगी मांगिएगा। क्योंकि मोदी-शाह ने केशव मौर्या और दिनेश शर्मा को पहले से डिप्टी सीएम तय कर रखा था।
मोदी के भरोसेमंद हैं दिनेश शर्मा
लखनऊ के मेयर डॉ. दिनेश शर्मा पेशे से प्रोफेसर हैं। मोदी और शाह उन पर कितना भरोसा करते हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे गुजरात जैसे सूबे के प्रभारी की कमान संभाल रहे हैं। जब अमित शाह के हाथ भाजपा की कमान आई तो उन्होंने दिनेश शर्मा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी।