आज दिनांक 5 नवंबर 2023 की एक छोटी सी घटना !... ◆ यह छोटा सा संसार मेरा, मुझसे उम्मीदों से जुड़ा हुआ बेटी रूठी हुई थी एक ज़िद्द पर अपनी, उसकी माँ ने उम्मीद से देखा मुझको !! मैं लाचार से खड़ा हुआ, खा
दिनांक 4 दिसम्बर 2022मेरी ख़ट्ठी मीठू डायरीलो आ गई आपसे मिलने आपकी लेट लतीफ सुकून अब चलो अच्छी वाली मुस्कुराहट तो दे दो।अब इतना गुस्सा क्या अरे यार काम था बस उसी में उलझी रह जाती हूँ अरे ख़ट्ठी मीठू तु
हमारे देश में अनेक विकट समस्याओं में बेरोजगारी भी एक प्रमुख समस्या है। आज बेरोजगारी का यह आलम है कि जब एक युवा जीवन को नए सिरे से प्रारम्भ करने के लिए हाथ में इंजीनियर, डॉक्टर, वैज्ञानिक, व्याख्याता,
बेरोजगारी किसे कहते है ? बेरोजगार ,बे +रोजगार से मिलकर बना है । रोजगार का आशय काम काज से हैं।बेरोजगार मतलब बिना काम काज के रहना ।जब ये समस्या अधिक लोगो मे होती है तो इसे बेरोजगारी की समस्या कहते ह
बेरोजगारी बढ़ती जा रही,आम आदमी को डरा रही है।कैसा होगा भविष्य हमारा,आबादी बढ़ती जा रही है।।चिंता नहीं है किसी को,लोगों के भूख प्यास की।तकनीक बढ़ रही है,नीति नहीं रोजगार के प्रयास की।।भटकते हैं दर-दर य
बढ़ती मंहगाई घटता व्यापार बढ़ता फैशन घटती कमाई, पढ़ाई का बोझा हो या जॉब लगने की टेंशन घर का राशन लाना हो या करना हो कुछ काम सब की आज होने लगी टेंशन क्योंकि बढ़ रही बेरोजगारी काम धंधे सब पड़ गये बंद.
यह विषय बहुत ही जटिल व बहुत ही पुराना है पूर्व से लेकर अभी तक जितनी भी सरकारे आयी है सभी में यह मुद्दा गरमाया हुआ था और आज भी यह गरमाया हुआ है की बेरोजगारी का कैसे समाधान किया जावे जितनी भी सरकारे आज