यह विषय बहुत ही जटिल व बहुत ही पुराना है पूर्व से लेकर अभी तक जितनी भी सरकारे आयी है सभी में यह मुद्दा गरमाया हुआ था और आज भी यह गरमाया हुआ है की बेरोजगारी का कैसे समाधान किया जावे जितनी भी सरकारे आज तक आयी है व या जो आज भी वर्तमान में स्थित है सभी सरकारों का एक ही बर्ताव रहा है की भर्ती तो निकाल देते है किन्तु परिणाम के समय युवाओं को नौकरी नही देते है और पांच साल बाद जब नेताओं के चुनाव आते है तब इनको नौकरी देने की ये युवाओं को सोचते है भारत मे
नौकरियों की कमी नही है किन्तु नेताओं की नेतागिरी व घटिया राजनीती ने युवाओं का भविष्य बरबाद कर दिया है कोई भी सरकार युवाओं के बारे में नही सोचती जो की आज के युवा इस देश का भविष्य है किन्तु जब भारत के युवा ही बेरोजगार होंगे पढ़े लिखे युवा भारत देश के जब सड़कों पर घूमेंगे तो आप सोच सकते है की इस देश का भविष्य क्या होगा |