नई दिल्ली: राजस्थान हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव पर सख्त रुख अपनाते हुए सरकार से पूछा है कि क्यों न मुख्य सचिव ओपी मीना के खिलाफ लंबित घरेलू हिंसा और दहेज प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए। अदालत ने एएजी को सरकार के रुख से 18 अक्टूबर तक अदालत को अवगत कराने को कहा है। न्यायाधीश मोहम्मद रफीक की एकलपीठ ने यह आदेश आरएएस गीतासिंह देव की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिए।
पुलिस नहीं कर रही करवाई
मुख्य सचिव पर उनकी पत्नी ने कई आरोप लगाए थे. उनकी पत्नी ने अपने पति ओपी मीना के खिलाफ गत वर्ष 5 सितंबर को महिला थाना, पश्चिम में घरेलू हिंसा और दहेज प्रकरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन ओपी मीना ने अपने पद का इस्तेमाल करते हुए मामले की जांच लंबित करवा दी। जिसके बाद उन्होंने कोर्ट में याचिका लगा दी। जिसमे कहा गया है कि पुलिस मुख्य सचिव के खिलाफ निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। इसलिए मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए।
मुख्य सचिव ओपी मीना पत्नी ने लगाए थे आरोप
कुछ समय पहले मुख्य सचिव की पत्नी गीता ने अपने आवास पर एक प्रेस कांफ्रेंस करके जानकारी दी कि इंग्लैंड में पढ़ रही उनकी बेटी ने अप्रैल 2016 को हाईकोर्ट को ईमेल कर यह जानकारी दी है कि उनके पिता ने उसका यौन उत्पीड़न किया।
क्या हैं मुख्य सचिव पर आरोप
उनकी पत्नी ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी का 12 साल की उम्र में उनके पति ने यौन शोषण किया था, उनकी बेटी ने उस समय भी उन्हें इस बारे में जानकारी दी थी, तब उन्होंने वहशी पति के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी थी, तब उन्होंने उनकी बेटी के साथ गलत काम करना बंद किया था। लेकिन अब उनकी बेटी ने ये आरोप अपने मेल के जरिये लगाया है।
पत्नी ने लगाया आरोप
बता दें ओपी मीना 1979 बैच के अधिकारी हैं इससे पहले वो उस वक्त सुर्खियों में आये, जब उनकी पत्नी ने 33 साल बाद अपने पति पर दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा के संगीन आरोप लगाए लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। कोर्ट के निर्देश पर मामला दर्ज किया इसके बावजूद उन पर कोई करवाई नही हो सकी, उनका रसूख ही कुछ इस कदर था कि मामले की जांच आगे नहीं बढ़ सकी। बता दें 1982 में ओपी मीना का विवाह गीता के साथ हुआ था। शादी के दो वर्ष बाद उनके यहां एक पुत्री ने लिया। गीता की माने तो उनके पति को बेटा चाहिए था बेटा नहीं हुआ तो उन्होंने गीता के परिवार को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। उनका दावा है कि उनके साथ मारपीट भी की गई और इसकी शिकायत भी पहले दर्ज कराई जा चुकी है।