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बेवफा सनम

21 जनवरी 2023

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मुझे आदत लगा कर। 
अपना बनाकर।
वो रोता हुआ छोड़ गई। 
साथ हँसने के सपने दिखा कर। 





ओस की बूंदो मे भीगी मेरी जिंदगी। 
न सुखि, न डूबी हुई। 


उसकी हर बात याद है मुझे।
उसका हर वादा याद है मुझे।
कितना तड़पा हु उसके लिए।
वह हर रात याद है मुझे।


उन लम्हों को भूल जाना चाहूंगा।
मैं तुम्हे याद न करु यह चाहूंगा।
तुम कितनी ज़रुरी हो जीने के लिए।
यह बता कर भी तुमसे दूर होना चाहूंगा।
बदल गया मैं तेरे लिए, तेरे प्यार के लिए।
तुम को पाना है फिर भी खोना चाहूंगा।
तेरी यादों में जीना है, लेकिन तेरी यादों को मिटाना चाऊंगा।
Raju Saah

Raju Saah

So nice😊😊😊😊 and sad 🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺बहुत अच्छी शायरी है

21 जनवरी 2023

Neeraj

Neeraj

21 जनवरी 2023

Thanks❤❤❤❤

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पागल आशिक
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