नई दिल्ली : भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से गुजरने वाले चीन के सिल्क रोड प्रोजेक्ट का कड़ा विरोध किया है और बीजिंग में शुरू हुए बेल्ट एंड रोड फोरम का बायकॉट किया है। इस समिट में अमेरिका, रूस, जापान समेत 28 देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा ले रहे हैं। चिंता की बात ये है कि पाकिस्तान के अलावा बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देश भी इसमें शामिल हैं।
कई यूरोपीय देशों ने चीन के रेशम मार्ग सम्मेलन में व्यापार घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया, जिससे चीन को अपनी पहल के लिए पूर्ण समर्थन हासिल करने में तगड़ा झटका लगा है। एक राजनयिक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फ्रांस, जर्मनी, एस्टोनिया, ग्रीस, पुर्तगाल और ब्रिटेन उन देशों में शामिल हैं, जिन्होंने इस दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया है।
चीन की रेशम मार्ग योजना पर वैश्विक सम्मेलन में करीब 30 वैश्विक नेता हिस्सा ले रहे हैं। यह योजना एक बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजना है। चीन को उम्मीद है कि इससे एशिया से यूरोप और अफ्रीका तक के पुराने कारोबारी मार्ग को फिर से अस्तित्व में लाने में मदद मिलेगी। राजनयिक ने बताया कि इस सम्मेलन के ट्रेड पैनल में हिस्सा लेने वाले यूरोपीय देशों ने सामूहिक रूप से इस पर हस्ताक्षर न करने का फैसला किया।
उनका मानना है कि यह सार्वजनिक खरीद में पारदर्शिता और सामाजिक एवंपर्यावरण मानकों से संबंधित यूरोपीय चिंताओं का पूरी तरह निराकरण नहीं करता है। अधिकारियों ने बताया कि चीन ने वार्ताकारों के समक्ष यह दस्तावेज पिछले सप्ताह पेश किया और उनसे कहा कि इस पर और काम नहीं किया जा सकता है। चीन इस सम्मेलन के जरिये एशिया, अफ्रीका और यूरोप के साथ अपने कारोबारी संबंधों को मजबूत करना चाहता है, लेकिन कुछ देशों की चिंता है कि यह मार्ग चीन के निर्यात हितों को ही साधता है।
चीन ने सोमवार को बेल्ट ऐंड रोड पहल को लेकर भारत की चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि इस बड़ी परियोजना को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिला है और इसके तहत बनने जा रही चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) परियोजना कश्मीर पर बीजिंग के रुख को प्रभावित नहीं करेगी। चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग ने कहा है कि कहा कि उनका देश 2019 में दूसरे बेल्ट ऐंड रोड फोरम आयोजित करेगा। चिनपिंग की महत्त्वाकांक्षी परियोजना पर पहली अंतरराष्ट्रीय बैठक सोमवार को समाप्त हो गई। 29 देेशों के नेताओं ने चीन की 'बेल्ट ऐंड रोड' पहल को बढ़ावा देने के मकसद से आयोजित फोरम की पहली बैठक सोमवार को समाप्त की।