नई दिल्ली : केंद्र सरकार के निशाने पर देशभर के करीब 110 आईएएस और आईपीएस अधिकारी निशाने पर हैं। इनके खिलाफ मनमानी, कानून का उल्लंघन और भ्रष्टाचार जैसे कई मामले चल रहे हैं। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने दो महिला आईपीएस अधिकारियों की सेवा से छुट्टी कर दी।
ये दोनों लंबे समय से अपनी ड्यूटी से बिना बताए गायब थी और उनके खिलाफ जांच भी चल रही थी।
ये दो महिला आईपीएस अफसर 1991 बैच की महाराष्ट्र कॉडर की मारिया फर्नाडीज और 1993 बैच की उत्तराखंड कॉडर की ज्योति बेलुर हैं। बेलुर का नाम 1996 के भोजपुर फर्जी मुठभेड़ मामले में सामने आया था।
उस वक्त वह मोदीनगर में सर्किल अधिकारी के रूप में तैनात थीं। इस केस में उन्हें कई बार कोर्ट ने बुलाया, लेकिन वह तब से लंदन में हैं। उस केस में बुधवार को ही कोर्ट ने सजा सुनाई है। वहीं, मारिया अमेरिका में हैं।
एक खबर के अनुसार देशभर के कई अफसरों के आधिकारिक रेकॉर्ड देखने के बाद लगभग 110 आईएएस और आईपीएस अधिकारी सरकार के रडार पर हैं। पीएम मोदी के सीधे आदेश के बाद इस दिशा में पहल तेज हुई है।
इनमें अधिकतर ऐसे हैं, जिनके खिलाफ गंभीर करप्शन के आरोप हैं या विभागीय कानून को नजरअंदाज करते हुए मनमानी करते पाए गए हैं। 110 में लगभग दो दर्जन गुमशुदा आईएएस अधिकारी भी हैं, जो पिछले कुछ साल से बिना सूचना के गायब हैं।