लखनऊ : अपनी कार्यकुशलता और कार्यक्षमता के कारण जिसने प्रशासनिक अधिकारियों की नींद हराम कर दी हो,उत्तर प्रदेश के ऐसे मुख्य मंत्री ने तत्काल प्रभाव से बिजली चोरी करने वालो के विरुद्ध सघन अभियान चलाकर पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है।
खुद योगी आदित्य नाथ के संसदीय क्षेत्र,जहाँ से योगी कई बार सांसद चुने गए है, 30 % तक बिजली की चोरी होती है।बिजली की सर्वाधिक चोरी सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के जनपद इटावा में तथा अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के संसदीय क्षेत्र कन्नौज में होती है।इन क्षेत्रों में खुले आम बिजली के तारों से कटिया डालकर घरो और कहते कारखानों में बिजली का अनुचित रूप से प्रयोग किया जाता है। इटावा और कन्नौज जिलो में 35 से 40% तक बिजली चोरी होने का अनुमान है।बताया जाता है कि यादव परिवार के प्रभाव के कारण इटावा और कन्नौज जनपदों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति होती है।
बिजली विभाग के एक प्रवक्ता के अनुसार 40 से 45 % का लाइन लॉस होता है जिसमे 30 % बिजली चोरी का हिस्सा होता है।इस प्रकार वास्तविक लाइन लॉस 15% तक ही होता है।एक अनुमान के अनुसार बिजली चोरी से 6500 करोड़ की आर्थिक हानि बिजली विभाग को उठानी पड़ती है।
मुख्य मंत्री के कड़े निर्देशों के अनुपालन में आज उत्तर प्रदेश के अनेकों जनपदों में बिजली चोरी के विरुद्ध सर्जीकल स्ट्राइक आरम्भ कर दी गई है।
बिजली चोरी के तरीकों में जहाँ मीटरों में गड़बड़ी पाई गई है वहाँ मीटर उखाड़ दिए गए है तथा कटिया लगाकर बिजली चोरी करने वालो के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जा रही है।सर्जीकल स्ट्राइक का यह कार्यक्रम अभी जारी रहेगा ताकि बिजली चोरी पर अंकुश लगाया जा सके।