नई दिल्ली : दुनियाभर का कारपोरेट जगत जहाँ मंदी की मार झेल रहा है और कई दिग्गज कंपनियों की हालत पतली हो रही है उसी दौर में तुराखियां ब्रदर्स को करोड़ों का फायदा हुआ है। इन्होंने अपने ऑनलाइन ऐडवर्टाइजिंग वेंचर 'मीडिया.नेट' को एक चाइनीज कंपनी के हाथों तकरीबन 90 करोड़ डॉलर (करीब 60 अरब रुपये) में बेच दिया है। भाविन और दिव्यांक तुराखिया ने अपने डेढ़ दशक के कैरियर में लगभग एक दर्जन कंपनियां खड़ी की जिनमे से पांच कंपनियों को वे बेच चुके हैं।
सौदा करने की गजब का टेलेंट
इन कंपनियों से तुराखिया ब्रदर्स को एक अरब डॉलर से ज्यादा का लाभ हुआ है। इन दोनों भाइयों की खासियत यह है कि ये कभी लाइम लाइट में नहीं आते और चुपचाप करोड़ों का सौदा कर लेते हैं। तुराखिया ब्रदर्स के पास कारोबार की गुंजाइस भांपने का एक्सपर्ट माना जाता है। ताज़ा डील में दोनों भाइयों ने ऑनलाइन ऐडवर्टाइजिंग वेंचर को 60 अरब में बेचकर गूगल और ट्विटर को भी पीछे छोड़ दिया है। कुछ समय पहले गूगल ने एडमोब को 75 करोड़ डॉलर में खरीदा था।
कौन हैं तुराखिया ब्रदर्स ?
मुम्बई में पीला बढे तुराखिया ब्रदर्स ने तुराखिया के पास कोई इंजीनियरिंग की डिग्री न होने के बाद भी खुद के डीएम पर काम सीखा। अपने दम पर कोडिंग भी सीखी और 1990 के दशक के आखिर में भारतीय कंपनियों को वेबसाइट्स बनाने और इंट्रानेट सर्विसेज तैयार करने में मदद करना शुरू किया। साल 2001 में दोनों भाइयों ने एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाया दोनों भाई डायरेक्टी के बैनर तले अब तक कुल 11 स्टार्टअप्स शुरू कर चुके हैं।
डायरेक्टी ग्रुप में कोई बाहरी निवेशक नहीं है और अभी इसकी कीमत 1.4 अरब डॉलर आंकी जा रही है। इस कंपनी को उन्होंने 1998 में लॉन्च किया था। 2001 में इन भाइयों ने एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाया, जिससे उनके क्लाइंट्स को डोमेन नेम्स के लिए जेनेरिक कीवर्ड्स तलाशने में मदद मिले।