नई दिल्ली: बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आज दूसरा दिन है। बैठक में कसानों और कृषि को लेकर सरकार की नीतियां और उसके फायदों का ज़िक्र किया गया, लेकिन सबकी नज़रें शाम करीब चार बजे होने वाले पीएम नरेंद्र मोदी के समापन भाषण पर लगी हैं। उम्मीद की जा रही है कि मोदी पांच राज्यों के चुनाव में जीत का नया मंत्र देंगे।
सूत्रों कि मानें तो कार्यकारिणी की बैठक के पहले ही अमित शाह ने प्रदेश अध्यक्षों को साफ कह दिया की बीजेपी को हर हाल में जिताना है, वक़्त बहुत कम है, कोई भी कसर बाकी नहीं रहनी चाहिए। 2017 में बीजेपी को किसी भी हाल में यह चुनाव जीत कर दिखाना है।
शाह ने कहा था सर्जिकल स्ट्राईक और नोटबंदी खिलाएगा कमल
वहीं बैठक के पहले दिन सारा ज़ोर सर्जिकल स्ट्राइक, काले धन के ख़िलाफ़ नोटबंदी के अभियान पर था। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि मोदी सरकार के राज में फौज का बहादुरी भरा कदम ऐतिहासिक रहा और अगर पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम नहीं लगता है तो और भी सर्जिकल स्ट्राइक करने से परहेज़ नहीं किया जाएगा, उन्होनें कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी जैसे दो बड़े मुद्दे आने वाले विधानसभा चुनाव में में कमल खिलाने में सहायक होंगे।
शाह को भरोसा है कि नोटबंदी का फायदा आने वाले चुनाव में मिलेगा। शाह के मुताबिक जब नोटबंदी के दौर में जनता तकलीफ से गुज़र रही थी तब भी 70 हज़ार किलोमीटर से ज्यादा की परिवर्तन यात्रा के दौरान लोगों ने पार्टी का ज़ोरदार समर्थन किया, कहीं विरोध नहीं हुआ। पार्टी ने तय किया है कि खरमास महीने के खत्म होने के बाद यूपी, उत्तराखण्ड सहित विधानसभा चुनाव की पहली सूची जारी कर दी जाएगी।
बीजेपी ने बनाई नाक की लड़ाई
आग़ामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र पूरी रणनीति तैयार की गई है। लेकिन उत्तराखण्ड, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तरप्रदेश पर बीजेपी ख़ासा ध्यान रख रही है। ख़ासकर उत्तराखण्ड और उत्तरप्रदेश को उन्होनें नाक की लड़ाई बना लिया। 14 जनवरी के बाद बीजेपी अपनी लिस्ट जारी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।