जयपुर : महिलाओं से अवैध संबंध बनवाकर दुष्कर्म का केस करवाने की धमकी देना और फिर समझौते के नाम पर ब्लैकमेलिंग कर लाखों वसूल करना...ऐसे चार गिरोहों का खुलासा एसओजी ने किया. इनमें से दो बड़े गैंग को बनाने और बढ़ाने वाले वकील हैं. पकड़े गए सरगना बीजेपी नेता का सरकारी वकील अनिल यादव हैं.
बीजेपी नेता का बेटा है वकील
अनिल यादव की सरकार द्वारा 11 फरवरी 2014 को सरकारी अधिवक्ता के तौर पर राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर बैंच में नियुक्ति की गई थी. उनके पिता भी अधिवक्ता हैं और लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं. भाजपा ने जयपुर में वार्ड वाइज वकील नियुक्त किए थे. पिता के भाजपा नेता होने के चलते ही एडवोकेट अनिल यादव को सरकार ने हाईकोर्ट में सरकारी वकील की नियुक्त दी.
6 रईसों से 60 लाख वसूले
एसओजी ने शनिवार को गोविंदगढ़ निवासी महेश कुमार यादव, मालवीयनगर निवासी वंदना भट्ट आैर मुरलीपुरा निवासी पूनम कंवर को गिरफ्तार किया था. गिरोह के सरगना एडवोकेट अनिल यादव फरार है उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी है. गिरोह दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर मार्बल व्यवसायी से 10 लाख रुपए हड़प लिए. व्यवसायी ने एसओजी में रिपोर्ट दर्ज करवाई. गिरोह ने एक साल में 6 रसूखदार लोगों को ब्लैकमेल कर 60 लाख रुपए वसूले थे.
मसाज पार्लर की आड़ में होता था काम
एसओजी की जांच में आया कि युवतियां मसाज पार्लर में व्यक्ति को फंसा लेती थीं। संबंध बनाने के दौरान सबूत एकत्रित कर लेती. इसके बाद गिरोह के सरगना एडवोकेट अनिल यादव व महेश यादव संबंधित व्यक्ति को फोन करते थे. वे थाने में दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज करवाने की धमकी देकर रुपए ऐंठते थे. कई मामलों में राजीनामा हुआ. अनिल व महेश 10 से 15 लाख रुपए लेते थे। राजीनाम करने के बाद संबंधित व्यक्ति को शपथ पत्र दिया जाता था.