नई दिल्ली: संसद में लगातार तीसरे सप्ताह हंगामे के चलते भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बुधवार को लोकसभा में सदन की कार्यवाही नहीं चल पाने को लेकर दुख प्रकट किया। उन्हें यह कहते सुना गया कि न तो स्पीकर और न ही संसदीय कार्य मंत्री सदन को चला पा रहे हैं। आडवाणी बहुत ही दुखी थे और सदन में विपक्ष के लगातार हंगामे एवं विरोध पर विपक्ष के कई सदस्यों के नारेबाज़ी करते हुए सत्ता पक्ष की सीटों के सामने आ जाने पर संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार से अपनी नाख़ुशी व्यक्त करते सुना गया।
विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित किये जाने के तत्काल बाद आडवाणी को यह कहते सुना गया, न तो स्पीकर और न ही संसदीय कार्य मंत्री सदन को चला पा रहे हैं। आडवाणी को यह कहते सुना गया कि, मैं स्पीकर से कहने जा रहा हूँ कि वह सदन नहीं चला रही हैं। मैं सार्वजनिक तौर पर यह कहने जा रहा हूं। दोनों इसके पक्ष हैं।
इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार को उन्हें शांत करने का प्रयास करते देखा गया। कुमार मीडिया गैलरी की ओर भी इशारा कर रहे थे और संभवत: यह बताने का प्रयास कर रहे थे कि उनकी टिप्पणी को रिपोर्ट किया जा सकता है। सदन स्थगित होने के बाद 89 वर्षीय नेता ने लोकसभा के एक अधिकारी से पूछा कि सदन की बैठक कितने बजे तक के लिए स्थगित की गयी है। जब अधिकारी ने बताया कि दो बजे तक के लिए स्थगित की गयी है। तब उन्होंने कहा, अनिश्चितकाल के लिए क्यों नहीं ?