लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बड़े बड़े माफिया सरगना हो या फिर सरेराह ताबड़तोड़ लूट करने खूंखार अपराधी, ज्यादा तर जुर्म के शातिर खिलाड़ियों की जन्म कुंडली इस पुलिस कप्तान ने अपनी मुट्ठी में कैद कर लिया हैं. सच तो यह हैं कि CBI और IB जैसे केन्द्रीय एजेन्सीयों से भी ज्यादा बड़ा क्राइम डेटा इस कप्तान ने इकट्टा कर लिया हैं. इस सुपर कॅाप का नाम हैं श्रवण कुमार, मौजूदा समय में यह मेरठ के एडिशनल एसपी के पद पर तैनात हैं. श्रवण पर विश्वास करे तो इन्होनें 80 हजारा से ज्यादा अपराधियों का डेटा अपने लैपटॉप पर कैद कर रखा हैं. और लैपटॉप खोलते ही जुर्म की बड़ी से बड़ी वारदात वर्कआउट कर देते हैं.
सुपर कॅाप श्रवण कुमार सिंह ने इंडिया संवाद से फोन पर बातचीत करते हुए बताया कि 10 साल पहले वह सर्विलांस विभाग में काम करते थे उन्होनें कहा ''जब मैं साल 2002 मुजफ्फरनगर में था तो रजिस्टर में सारे माफियाओं के नाम का अल्फाबेट बना कर रखता था. 2006 में जब मैने नया लैपटॉप लिया , तो ऐक्सल सीट पर काम करना सिखा और जितने भी क्रिमनल को पकडा गया, उनका फोटो और इंफोरमेंशन का डेटा बनाता चला गया. 10 सालो में मैने लगभग 80 हजार क्रिमिनल का डेटा इकट्टा कर लिया .
सुन कर आप भी चौंक गए होगें. मेरठ में तैनात एसपी देहात के पास 70 से 80 हजार क्रिमनल्स का डेटा हैं. जिसके आधार पर पुलिस को अपराधियों का रिकॉर्ड खगालने में सहायता मिलती हैं. उन्होनें कहा अगर ''हम किसी भी गांव में चेकिंग करने जा रहे हैं. तो मैं अपने मोबाइल से उसका नाम लिख लेता हूं और अपने डेटा बेस मे चेक कर लेता हूं कि उस गांव में कोई व्यक्ति का क्रिमनल रेकॅार्ड हैं कि नहीं. इस डेटा बेस का फायदा हमारे यहां के इंस्पेक्टर को होता है. वह जिस गांव का रिकॉर्ड चाहते हैं उस गांव का नाम डालता हूं उस गांव में जितने भी क्रिमनल होते हैं उनका पूरा ब्योरा प्रिंटआउट निकाल कर उनके हाथों में दे देता हूं तो इस तरह से इस सुपर कॅाप ने युपी का क्राइम अपने लेपटॅाप में कैद कर लिया हैं.''