नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद इनकम टैक्स विभाग बैंकों की जाँच कर रहा है। इसी कड़ी में इनकम टैक्स विभाग ने राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित एक्सिस बैंक के खातों में जांच के दौरान 15 बैंक अकाउंट फर्जी पाए। इन अकाउंट्स में बैंक अधिकारियों ने 70 करोड़ रुपये जमा कराए थे। जांच के दौरान पता चला कि इस ब्रांच में 8 नवंबर के बाद से 450 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं। इसी पहले इनकम टैक्स विभाग एक्सिस बैंक की कश्मीरी गेट ब्रांच को भी निशाने पर ले चुका है।
दो दिन पहले ही एक्सिस बैंक ने नोटबंदी के बाद गैरकानूनी गतिविधियों में आरोपी पाए गए अपने 19 अधिकारियों को निलंबित किया है। कालाधन सफेद करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अपने दो प्रबंधकों की गिरफ्तारी के बाद एक्सिस बैंक ने फोरेंसिक ऑडिट के लिए केपीएमजी की भी नियुक्ति की है। यह संस्था इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए प्रणाली को चुस्त बनाने के उपाय सुझाएगी। एक्सिस बैंक के कार्यकारी निदेशक राजेश दहिया के अनुसार, बैंक ने 19 अधिकारियों को निलंबित किया है। इनमें से छह कश्मीरी गेट शाखा के अधिकारी हैं। राजेश दहिया के अनुसार, नोटबंदी के बाद से बैंक अपनी प्रक्रियाओं को कानून के अनुसार मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहा है। कुल 125 वरिष्ठ स्तर के अधिकारी देशभर में गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं।
नोटबंदी के बाद से आय कर विभाग, पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय ने देशभर में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। आज (शुक्रवार को) भी मुंबई क्राइम ब्रांच ने दादर में छापेमारी कर नई करेंसी के 85 लाख रुपये कैश बरामद किए हैं और मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एक दिन पहले ही चेन्नई में पुलिस ने एक व्यवसायी के पास से 106 करोड़ रुपये कैश और 127 किलो सोना बरामद किए थे।
आयकर विभाग ने नोटबंदी के बाद कर चोरी के मामलों की जांच करने के लिए शहर के कई स्थानों पर छापे मारे तथा 106 करोड़ रुपए नकद और 127 किलोग्राम वजन की सोने की छड़ें बरामद कीं। जब्त की गई कुल नकदी में 10 करोड़ रुपए के नये नोट थे। नोटबंदी के बाद यह नये नोटों की जब्ती का सबसे बड़ा मामला है। गुजरात के सूरत में भी पुलिस ने आज 2000 रुपये के नए करेंसी नोट वाले कुल 76 लाख रुपये के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गुड़गांव से भी पुलिस ने 10 लाख रुपये कैश बरामद किए हैं। इनमें भी सभी नई करेंसी नोट हैं।