नई दिल्ली: जनता के चाल-चलन और चरित्र की बातें करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव सेक्स और सेक्स वर्धक कैप्सूल (सेक्स पॉवर) जैसी दवा बनाने को लेकर विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। गुजरात के 'विश्व हिंदुस्तानी संगठन' ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करके योग गुरु बाबा रामदेव के कथित सेक्स पॉवर बढ़ाने के प्रोडक्ट्स पर बैन लगाने की मांग की है। दायर याचिका में पतंजलि के नाम के साथ शिलाजीत की बिक्री करने को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया गया है। इस मामले में 16 नवंबर को सुनवाई होनी है।
चरित्रवान लोग हुए आहत
इस मामले में याचिका दायर करने वाले रावल के वकील एसआर यादव ने कहा है कि ऐसी दवाओं का प्रचार करके चरित्रवान लोगों की भावनाओं को आहत किया गया है। उनका कहना है कि ऋषि-मुनि और संत पतंजलि का हिंदू परमपरओं में बहुत मान सम्मान है। उनके नाम को शिलाजीत जैसे उत्पादों से जोड़ना उनका अपमान है। आरोप है कि योग गुरु बाबा रामदेव मार्केटिंग के लिए ऋषि-मुनि और साधू संतो के नाम का मिसयूज कर रहे हैं।
क्या कहती है पतंजली की वेबसाइट
शिलाजीत के बारे में पतंजलि की वेबसाइट कहती है कि इससे सेक्स शक्ति बढ़ती है इसके अलावा वेबसाइट पर मर्दों को लेकर कई आपतिजनक जनक बाते कही गई हैं। वेबसाइट ने दावा किया है कि 'शिलाजीत कैप्सूल' मर्दों में सेक्स की शक्ति बढ़ाने में काफी मददगार है और ये लोगों के सेक्सुअल स्टैमिना को जहां बढ़ाता है वहीं मर्दों के स्पर्म काउंट बढ़ाने में हेल्प करता है।