10 नवम्बर 2021
हे दिनकर!, दिनमान! विश्व के प्राण, हे जीवन के आधार. हे विभावसु,रवि, अंशुमान हे हिरण्य ज्य
हे दिनकर!, दिनमान! विश्व के प्राण, हे जीवन के आधार.
हे विभावसु,रवि, अंशुमान हे हिरण्य ज्य