बच्चे भगवान का रूप होते हैं मगर उन्हें अच्छे-बुरे की कोई समझ नहीं होती है. इसलिए उनकी केयर करना बहुत जरूरी हो जाता है क्योंकि उन्हें अपने लिए क्या करना है क्या नही इसके बारे में पता नहीं होता. माता-पिता अपने बच्चों को बहुत प्यार करते हैं और उनके लिए वे कुछ भी कर जाते हैं क्योंकि पैरेंट अपने बच्चों क
आज के समय में अधिकतर माता-पिता की यही शिकायत होती है कि बच्चे उनकी बात ही नहीं सुनते। वह हमेशा अपने मन की ही करते हैं या फिर छोटी-छोटी बातों पर जिद करते हैं। जिसके कारण माता-पिता को काफी परेशानी होती है। इस स्थिति से निपटने के लिए या तो
आज का ज्वलंत सवाल 'बच्चे बिगड़ रहे है? जिसने हर किसी को परेशान कर रखा है कि जबकि सच तो यह है कि बच्चे नहीं अभिभावक बिगड़ रहे हैं. क्योंकि हमारी आदत है कि अपनी कमियां न देखकर सीधे दूसरे पर आरोप लगाने की रही है. अभिभावक और टीचर्स के बीच फं
आज बच्चों को यौन शिक्षा की नहीं, नैतिक शिक्षा की जरूरत है. बच्चों को नैतिक रूप से मजबूत बनाने की आवश्यकता है. यह तो ज्यादा पढे लिखे समझदार और जिम्मेदार लोगों का एक घटिया मजाक है समाज के साथ कि बच्चों को यौन शिक्षा दी जाए. क्या ज