... यदि चीन की मंद अर्थव्यवस्था को भारत के सन्दर्भ में देखें तो, इसकी सुस्ती ने बेसिक तौर पर भारत के निर्यात को प्रभावित किया है, जिसमे जींस और कच्चे तेल पर ज्यादा प्रभाव पड़ा है. हालाँकि, तमाम वैश्विक एजेंसियों ने भारत को मजबूत रेटिंग दी है और खुलकर कहा है कि आने वाले समय में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए मजबूती की उम्मीद है. देखा जाय तो चीन की नीतियां और उसके दो नंबर के सामानों से भारत समेत, शेष विश्व पहले ही परेशान था. अब चूंकि, धीरे-धीरे वैश्विक मार्किट में चीन की पोल-पट्टी खुलती चली गयी और ऐसे में इस अर्थव्यवस्था का दबाव में आना स्वाभाविक ही था. यूरोप और अमेरिकी अर्थव्यवस्था की हालत भी कुछ ख़ास अच्छी नहीं है, जिससे चीनी खरीददार कम हुए हैं और ऐसे में चीन के निर्यात क्षेत्र की बैंड बजनी...
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