लखनऊ: भारत वर्ष में भारतीय जनता पार्टी की लोकप्रियता, चुनावो में अप्रत्याशित विजय,प्रसार और प्रचार का एक मत्वपूर्ण कारण यह भी है कि भारत के चुनाव असयोग द्वारा विभिन्न पार्टियो को आवंटित चुनाव चिन्ह में "कमल" ही एक मात्र चिन्ह ऐसा है जिसके दर्शन देश की राजधानी आने वाले महानुभावो को हवा में ही हो जाते है।हवाई यात्रा में यह आसमान से ही साफ़ दिखाई देता है i
वहाई उपासना मंदिर के नाम से प्रसिद्ध कमाल के फूल के आकार का यह मन्दिर नईदिल्ली में नेहरु प्लेस नामक स्थान के समीप स्थित है।कमल के फूल के रूप में बनाये गए मंदिर की खासियत यह है कि यहाँ कोई मूर्ति नहीं है। प्रार्थना स्थल में इतनी अभूतपूर्व शांति बनी रहती है ।
प्रार्थना स्थल का अपना एक विशेष महत्व है।1986 में निर्मित इस कमल के फूल रुपी मंदिर में पत्थर की 27 पंखुड़िया बनाई गई है जो प्रार्थना स्थल के भवन को ऊपर से ढ़के हुये है।इसकी खास बात यह है कि पर्यटक के रूप में आने वाले सभी धर्मों के लोग इस कमल रुपी प्रार्थना स्थल पर पूरी श्रद्धा से आते है । प्रार्थना स्थल के नियमो के अनुसार प्रार्थना भवन में बिलकुल शांति से बैठकर कमल रूपी मंदिर के अन्दर शांति का अनुभव करते है।
भारतीय जनता पार्टी के लिए यह मंदिर बहुत शुभ और लाभकारी सिद्ध हुआ है।यहाँ आने वाला या इसे दूर से देखने वाला प्रत्येक व्यक्ति भाजपा का भक्त ही नहीं कट्टर समर्थक भी बन जाता है।राहुल गांधी,मायावती और केजरीवाल जैसे अद्भुत नेताओ को अगर यह पता चल जाये की भाजपा की जीत में इस लोटस मंदिर का भी योगदान है तो स यह नेता चुनाव आयोग या सर्वोच्च न्यायालय में इसके प्रवेश में पाबन्दी हेतु याचिका दाखिल करने से नहीं चूकेंग i