लखनऊ: देश की आज़ादी में सबसे बड़ा योगदान रखने वाली कांग्रेस पार्टी देश मे धीरे धीरे अपना अस्तित्व खोती जा रही है।"इंडिया संवाद" पूर्व में भी इस दिशा में अपने विचार व्यक्त कर चुका है कि यदि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में परिवर्तन नही होता है तो कांग्रेस पार्टी का देश से सफाया होना निश्चित है। आतंकवादियों की मौत पर आँसू बहाना, जेएनयू में देश द्रोहीयो के समर्थन में जाकर देश की एकता और अखंडता को नष्ट करने वाली बातें बोलना या सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्यवाहियों के सबूत मांगकर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने पार्टी के प्रति देश की जनता में नफरत का जो भाव पैदा कर दिया है,आगामी 20-25 वर्षो तक जाने वाला नही है।
राहुल गांधी की संगत का झा तक प्रश्न है विधान सभा चुनाव में अखिलेश यादव ने दोस्ती कर अपना मानसिक संतुलन इतना बिगाड़ लिया कि दो दिन पूर्व झांसी में वे यह बोल गए कि गुजरात का कोई सैनिक शहीद क्यो नही होता!एक ओढे लिखे इंजीनियर से ऐसी मूर्खतापूर्ण बातो की उम्मीद तो नही की जा सकती पर यदि राहुल का साथ पसंद है तो सब कुछ संभव हो सकता है।कांग्रेस के अंदर बैठे पुराने नेता राहुल के विरुद्ध होते हुए भी बोलने से पता नही क्यो डरते है?
गोवा में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विश्वजीत राणे ने अब राहुल गांधी को कांग्रेस का विनाशक बताया है। गोवा में मंत्री विश्वजीत राणे ने आज दावा किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का साफाया हो जाएगा।
राणे ने विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी। राणे की यह टिप्पणी कांग्रेस द्वारा मुम्बई उच्च न्यायालय में उनके उपचुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग करने संबंधी याचिका दायर करने के एक दिन बाद आई है।
राणे के पास गोवा सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय है और उन्होंने इस साल फरवरी में कांग्रेस के टिकट पर गोवा विधानसभा का चुनाव लड़ा था। राणे 16 मार्च को विधान सभा से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे।उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया ।
राणे ने शनिवार को गोवा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस में किसी की भी दिलचस्पी नहीं है खासतौर पर राहुल गांधी जैसे विफल नेतृत्व में पार्टी का 2019 में सफाया हो जायेगा ।’’
अपने खिलाफ दायर याचिका पर राणे ने कहा कि उन्होंने दल बदल नहीं किया है बल्कि विधानसभा के सदस्य के तौर पर इस्तीफा दिया है और नये जनादेश का सामना करेगे।
राणे ने कहा कि कांग्रेस अब ‘‘अप्रसांगिक’’ हो गई है क्योंकि यह सरकार बनाने में विफल रही है, कांग्रेस उनके खिलाफ बोलकर सुखिर्यां बटोरने की कोशिश कर रही है। मंत्री ने मनोहर पर्रिकर सरकार के अस्थिर होने की अफवाहों का भी खंडन किया।