नई दिल्लीः जम हम बैठे थे घरों में तब वो झेल रहे थे गोली। सीमा पर पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी में शहीद हुए उत्तराखंड के वीर सपूत संदीप सिंह रावत दीवाली पर पूरे देश की आंखों को नम कर गए। उनका पार्थिव शरीर शनिवार सुबह 8 बजे देरहादून स्थित नवादा रोड उनके आवास पर पहुंचा तो दर्शन करने हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। अंतिम संस्कार के लिए शव हरिद्वार ले जाया गया। जहां पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम विदाई में उत्तराखंड प्रदेश सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल और विधायक हीरा सिंह बिष्ट ने हिस्सा लिया।
दो साल पहले सेना में भर्ती हुए थे संदीप
संदीप 6वीं गढ़वाल राइफल की तरफ से कश्मीर में कुपवाड़ा के तंगधार सेक्टर में तैनात थे। देहरादून निवासी संदीप सिंह रावत दो साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। गुरुवार शाम को संदीप अन्य साथी जवानों के साथ पेट्रोलिंग पर थे। इसी दौरान पाकिस्तानी रेंजर्स ने भारतीय जवानों पर फायरिंग कर दी। जवानों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। इसी गोलाबारी में संदीप रावत शहीद हो गए, जबकि एक अन्य जवान भी घायल हो गया। शहीद संदीप के भाई सुमेश ने बताया कि उन्हें संदीप के जाने का गम है, लेकिन दूसरी ओर गर्व भी है कि उन्होंने देश के लिए अपने प्राण का बलिदान दिया है।