नई दिल्लीः नोटबंदी के बाद कैश की समस्या से हर कोई जूझ रहा है। अगर आप एटीएम से पैसे निकालने के लिए सोच रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लें। देश के कोने-कोने में लगे एटीएम 10 दिसंबर से पहले सुचारू रूम से काम नहीं करने वाले। क्योंकि पांच सौ, एक हजार और दो हजार के नए नोटों की साइज के हिसाब से एटीएम की कैसेट ट्रे बनने में अभी वक्त लगेगा। यानी एटीएम में साफ्टवेयर और नई ट्रे बदलने में एक महीने का समय लगेगा। कैलीब्रेट करने में लग रहे समय के कारण ही एटीएम शोपीस बने हुए हैं। जिससे देश में कैश की समस्या के कारण हाहाकार मचा हुआ है। दरअसल मोदी सरकार ने पहले से इसलिए नई नोटों की साइज की ट्रे नहीं बनवाई, ताकि किसी को पांच सौ-एक हजार रुपये के पुराने नोटों के बंद होने की पूर्व सूचना न मिल जाए। क्योंकि प्लास्टिंग की नई कैसेट ट्रे बनाने के लिए टेंडर आदि की प्रक्रिया पहले से शुरू होती तो गोपनीय सूचनाएं आम हो जातीं।
एटीएम के अंदर ट्रे में ही रखे जाते हैं नोट
दरअसल हर एटीएम के अंदर नोटों को रखने के लिए कैसेट ट्रे लगती है। अब तक तीन प्रकार की ट्रे होती थी। सौ, पांच सौ और एक हजार रुपये की। अब दो हजार रुपये की नोट लांच होने से एक और ट्रे एटीएम में लगनी है। हर ट्रे की साइज नोटों की साइज के अनुरूप बनती है। इस कैसेट ट्रे को एटीएम के सेंसर से जोड़ दिया जाता है। निकाली जाने वाली राशि की एंट्री होते ही सेंसर काम शुरू कर देता है। सेंसर के कारण मशीन एटीएम का सिस्टम संबंधित ट्रे से गिनती के नोट उठाता है।
दो लाख एटीएम की ट्रे बदलने में खर्च बैठेगा 1593 करोड़
रिजर्व बैंक के सूत्र बता रहे हैं कि देश में कुल 201861 एटीएम हैं। चूंकि सिर्फ पांच सौ और एक हजार रुपये की नोट ही बदलीं हैं वहीं दो हजार की नई नोट चली है तो अब सभी एटीएम में कुल तीन प्लास्टिक की ट्रे लगनी हैं। करीब एक महीने का टाइम लगेगा। यानी दस दिसंबर के बाद ही देश के एटीएम सुचारू रूप से काम करना शुरू करेंगे। रिजर्व बैंक के अफसर बताते हैं कि दो लाख से ज्यादा एटीएम कैलीब्रेट करने, नई ट्रे लगाने में करीब 1593 करोड़ का खर्च होगा। जब ट्रे लगेगी तो फिर उसकी सेंसर से सेटिंग होगी। इसके बाद सेटेलाइट सेटिंग होगी। फिर तीन दिन तक टेस्टिंग होगी। जब टेस्टिंग सफल रहेगी तो फिर एटीएम आम आदमी के लिए खोल दिए जाएंगे।
हर एटीएम कैलीब्रेट करने में 78900 रुपये का आएगा खर्च
एक एटीएम में तीन कैसेट ट्रे लगाने में औसत खर्च 78900 रुपये का आएगा। इसके अलावा डाइबोल्ड कैसेट एसेसरीज का खर्च करीब 400 डालर (27600 रुपये),एनसीआर कैसेट एसेसरीज सहित पर खर्च 375 डालर (25875 रुपये) रुपये बैठेगा। इस प्रकार कुल दो लाख 1861 कैसेट ट्रे एटीएम में लगाने में 1593 करोड़ से ज्यादा का खर्च बैठेगा।