लखनऊ : नाबालिग के सेक्शुअल हैरेसमेंट और गैंगरेप के आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति और उनके कुकर्म में सहयोगी साथी अब देश से फरार होने की फ़िराक में हैं. बताया जाता है कि मंत्री के कई ठिकानों पर छापेमारी के बाद भी पुलिस अब तक ना ही उन्हें गिरफ्तार कर सकी है और ना ही उनके किसी साथी को अब तक पुलिस गिरफ्तार कर सकी है. इस बीच पुलिस को ये जानकारी मिली है कि गायत्री और उनके साथी देश से भागने कि फ़िराक में हैं. जिसके चलते पुलिस ने उनके पासपोर्ट कैंसल कराने की कार्रवाई शुरू की है.
गायत्री की सिक्युरिटी हटी
अमेठी में गायत्री की सिक्युरिटी में लगे पुलिस के आधा दर्जन से ज्यादा जवानों को हटा लिया गया है. दूसरी ओर सीएम अखिलेश यादव ने एक टॉक शो में कहा कि मंत्री फौरन सरेंडर करें. मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर पर यूपी पुलिस ने गायत्री समेत 6 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था.
एडीजी ने एसएसपी से आदेश में क्या कहा ?
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने एसएसपी मंजिल सैनी को आरोपियों पर कड़ी नजर रखने के साथ पासपोर्ट ऑफिस के कॉन्टैक्ट में रहने का निर्देश दिया. चौधरी ने बताया कि जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो गायत्री समेत 6 आरोपियों के पासपोर्ट कैंसल कराए जाएंगे. उधर गुरुवार को नाबालिग विक्टिम ने दिल्ली के AIIMS में डीएसपी अमिता सिंह के सामने अपने बयान दर्ज कराए. पुलिस ने बताया, ''हमने नाबालिग का बयान दर्ज किया और इसकी वीडियोग्राफी की. इस दौरान उसकी मां पास ही बैठी थी. उनसे भी बात की.'' मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने लड़की के परिवार और वकील के विरोध के बावजूद बयान दर्ज किया. वकील का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें धमकी देकर जबरन बयान दर्ज किया है.
महिला की लोकेशन मंत्री के घर मिली
पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान पीड़ित महिला के मोबाइल की सालभर की लोकेशन मंत्री के घर के आसपास ही मिली. कॉल डिटेल से पता चला है कि गायत्री की कई बार महिला से मोबाइल पर बातचीत हुई थी. 17 जुलाई, 2016 को भी महिला की लोकेशन गायत्री के घर पर ही निकली थी. महिला का आरोप है कि इसी दिन मंत्री के घर पर उसके साथ गैंगरेप और बेटी के साथ रेप की कोशिश की गई.
बीजेपी का आरोप- फरार गायत्री को सीएम आवास में छिपाया गया
बीजेपी के प्रदेश अध्य्क्ष केशव प्रसाद मौर्या ने ट्विटर पर गायत्री प्रजापति पर कमेंट करते हुए सीएम अखिलेश यादव पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सीएम ने गायत्री को सीएम आवास पर छिपाकर रखा है. पुलिस गिरफ्तारी का नाटक कर रही है. अगर सीएम चाहेंगे तो फरार गायत्री 10 मिनट में जेल में पहुंच जाएगा.
बीजेपी ने की गायत्री को गिरफ्तार करने की मांग
केशव मौर्या ने बताया कि गायत्री का फरार होना प्री-प्लॉन्ड है. जिस मंत्री के साथ यूपी पुलिस की सुरक्षा है, उसे ही पुलिस नहीं ढूंढ पा रही है. उन्होंने पूछा कि यही है अखिलेश सरकार की हाईटेक पुलिस, जो फरार मंत्री को ढूंढ नहीं पा रही है? बीजेपी की मांग है कि जल्द से जल्द गायत्री की गिरफ्तारी की जाए.
खनन के खेल में 5 शहरों में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर
इस बीच गायत्री प्रजापति खनन घोटाले में भी घिरते नजर आ रहे हैं. शुक्रवार को सीबीआई ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद यूपी के 5 शहरों शामली, फतेहपुर, हमीरपुर, सिद्धार्थनगर और देवरिया में खनन मामले में एफआईआर दर्ज करवाई है. ये सभी मामले तब के हैं, जब गायत्री खनन मंत्री थे.एफआईआर में किसी को नामजद नहीं किया गया है. अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है.
बर्खास्त कर परिवहन मंत्री बनाए गए थे गायत्री
उल् लेख नीय है कि सितंबर 2016 में अखिलेश यादव ने गायत्री प्रजापति को खनन मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था. उस समय हाईकोर्ट में खनन घोटाले को लेकर याचिका दाखिल की गई थी, जिसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई थी. इसके बाद सीएम ने सितंबर 2016 में ही गायत्री को परिवहन विभाग का मंत्री बना दिया था.