नई दिल्लीः देश में ऐतिहासिक महत्व की 92 धरोहरें गायब हो गईं हैं। जिनके बारे में किसी को पता ही नहीं है। खुद केंद्र सरकार को भी संसद में यह स्वीकार करना पड़ा है। संरक्षण में बरती गई भारी लापरवाही से ये धरोहरें गायब हो गईं। कुछ की जमीन पर कब्जा हो गया, जिससे उनका वजूद ही मिट गया। हालांकि केंद्र सरकार ने यह भी कहा कि धरोहरे से जुड़े रिकॉर्ड तलाशने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं।
क्या बोले केंद्रीय संस्कृति मंत्री
संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) पूरे देश के स्मारकों की स्थिति की समय-समय पर समीक्षा करता है।
23.8.2013 को प्रस्तुत भारत के नियंत्रण एवं महा लेख ा परीक्षक (कैग) की कार्य निष्पादन रिपोर्ट में कहा गया है कि 92 संरक्षित स्मारक का नामो-निशान नहीं बचा है। मंत्री ने कहा कि ऐसे स्मारकों का पता लगाने, इनके पुराने रिकॉर्ड ढूंढ़ने और संरक्षण को लेकर सरकार के स्तर पर अथक प्रयास किए गए हैं। शर्मा ने कहा कि इन 92 स्मारकों में से 14 स्मारक ऐसे हैं जो तीव्र शहरीकरण की वजह से प्रभावित हुए तथा 24 स्मारक स्थल ऐसे हैं जिनको अब ढूंढ़ा नहीं जा सकता। मंत्री की ओर से पेश आंकड़े के अनुसार देश भर में एएसआई के तहत संरक्षित स्मारकों, ऐतिहासिक स्थलों की कुल संख्या 3686 है।