नई दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के अगले उप कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज कर दी है। इग्नू के वीसी मोहम्मद असलम पर कुप्रबंधन के आरोप लगने के बाद वह लंबे समय से छुट्टी कर चल रहे थे। इग्नू में वीसी के रूप में फ़िलहाल स्कूल ऑफ स्टडीज के वरिष्ठ-प्रोफेसर रवींद्र कुमार कामकाज संभाल रहे थे।
मंत्रालय ने इग्नू के वीसी मोहम्मद असलम के खिलाफ अक्टूबर 2011 से नवम्बर 2014 के दौरान कुप्रबंधन और अनियमितता के आरोप लगने के बाद एक जाँच समिति बैठाई थी। समिति ने इस मामले में एक रिपोर्ट तैयार कर मानव संसाधन मंत्रालय को भेजी थी जो राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भेज दी गई है, हालाँकि अभी इस रिपोर्ट पर राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया आनी बाकी है।
जल्द ही इग्नू के वीसी मोहम्मद असलम का कार्यकाल ख़त्म होने वाला है। ख़बरों के अनुसार मानव संसाधन विकास प्रकाश जावड़ेकर ने दो उम्मीदवारों के नाम राष्ट्रपति को भेजे हैं। इससे पहले IGNOU के वीसी मोहम्मद असलम पर कई आरोप लगे थे। साल 2013 में उनको वीसी नियुक्त किया गया था जिसके बाद वो अपने कई फैसलों को लेकर विवादों में रहे।
मोहम्मद असलम पर आरोप हैं कि उन्होंने यनिवर्सिटी में इंडियन आर्मी और एयरफ़ोर्स से जुड़े कम्युनिटी कॉलेज स्कीम जैसे कोर्स बंद कर करवा दिए। उनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा प्रोफेसर्स ने इस्तीफ़ा दे दिया, साथ ही उन्होंने टीवी प्रसारण पर आने वाले ज्ञान दर्शन' और ज्ञानवाणी कार्यक्रम बंद करवा दिए।
उन पर आरोप यह भी है कि उन्होंने इग्नू से अन्य यूनिवर्सिटी को ग्रांट देने वाली समिति को ही भंग कर दिया जिसके कारण यूनिवर्सिटी प्रसार रुक गया। हालाँकि 'इंडिया संवाद' से बातचीत में मोहम्मद असलम ने इन सारे आरोपों को ख़ारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि जब वह IGNOU के वीसी बनकर आये तो यूनिवर्सिटी के हालात बेहद ख़राब थे।