धोखा भी उन्ही से मिलता है
जिससे उम्मीद होती है ,,
क्योंकि अक्सर हमने खूबसूरत लोगों में खोट
निकलते देखा है ,,
मौके पे जो बोलते हैं करो
हमपे भरोसा नही टूटने देंगे
उम्मीद कोई ,,
अक्सर उन्ही से मिलता है
धोखा ,,
बातें बहुत करतें हैं वो जो
देतें हैं हमको झूठी उम्मीद अक्सर वही देतें हैं धोखा
जिनसे होती है हमको पक्की उम्मीद..
धोखा भी उन्ही से मिलता है जिससे उम्मीद होती है!!
*स्वरचित"
सरिता मिश्रा पाठक" काव्यांशा"