कमाइ कम हो या ज्यादा हर घर मे रोटी कि साइज एक ही होता हो कोइ बटर लगा कर खाता है तो कोइ नमक से ही खा लेता है आपके पास नोकिया के मोबाइल हो या ऐपल का फोन करने वाले लोग वही रहेंगे क्या फर्क पड़ता है आपके पास साईकिल हो या मोटरसाइकिल चलाना तो सङक पर ही
यह किताब मन के उद्गारों को शब्दों में बांध कर डायरी लेखन से जोड़ दिया है। आप प्रबुद्ध जन पढ़ें और मार्गदर्शन करें 🙏