दिल्ली : दिल्ली के करोल बाग इलाके में स्थित HDFC बैंक की एक शाखा के करीब आधा दर्जन खातों में सर्वे कर 150 करोड़ की संदिग्ध रकम जमा होने का प्रदर्शन निदेशालय पता लगाया है. ईडी ने यह कार्रवाई बीते सप्ताह फाइनैंशल इंटेलिजेंस यूनिट (एफआईयू) से जानकारी मिलने पर की थी.
इनमें से कुछ खातों में 8 से 25 नवंबर के बीच 30 करोड़ रुपये हर खाते में जमा हुए और वहां से कुछ दूसरे लोगों को ट्रांसफर कर दिए गए. जिन खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया है, उन पर 'एंट्री ऑपरेटर्स' होने का शक है.
'एंट्री ऑपरेटर्स' का इस्तेमाल जांच एजेंसियां हवाला डीलर्स और शैल कंपनी चलाने वालों के लिए करती हैं. शैल कंपनी बनाने वाले लोग फर्जी पते पर बैंक अकाउंट खुलवाते हैं जिसके बाद इन अकाउंट्स में वे लोग अघोषित आय की बड़ी राशि कैश में जमा कराते हैं. इस राशि को वे कई खातों में ट्रांसफर करते हैं और फिर वहां से बेनिफिशरीज के खाते में रकम आती है.
सर्वे के बारे में पूछे जाने पर HDFC बैंक के एक प्रवक्ता ने कहा, 'हमने कानून के मुताबिक एफआईयू को कुछ ट्रांजैक्शन की जानकारी दी थी, जिनके संबंध में पिछले सप्ताह उन्होंने (ईडी) हमसे जानकारी मांगी थी. हम ईडी द्वारा मांगी जाने वाली जानकारी तैयार कर रहे हैं.'
अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि इसमें बैंक मैनेजर शामिल है या नहीं क्योंकि इतनी बड़ी रकम पहले बैंक में जमा हुई बाद में वह बैंक से दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दी गई. नोटबंदी के दो सप्ताह के अंदर 100 करोड़ रुपये दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिया गया.
बता दें कि इसी तरह का एक मामला कश्मीरी गेट स्थित एक्सिस बैंक में आया था, जिसके बाद ईडी ने दो बैंक कर्मचारियों और एक सीए को गिरफ्तार किया था.