दिल्ली : डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर दिल्ली सरकार के साथ साथ विपक्ष भी गंभीरता की बात करता है. लेकिन ये गंभीरता सिर्फ मीडिया के कैमरों तक सीमित मालूम पड़ती है. क्योकि कैमरा ऑन तो फॉगिंग क्या झाड़ू भी उठाने से नेता नहीं कतराते, लेकिन कैमरा बन्द होते ही मच्छरों के डंक से बीमार होने वाली दिल्ली की जनता की फिक्र कोई नहीं करता.
सोनिया विहार का इलाका
फिर चाहे बात सोनिया विहार इलाके में कुछ दिनों पहले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी के विधायक कपिल मिश्रा की हो. दोनों ने मीडिया के कैमरों के सामने ये संदेश दिया कि वे डेंगू और चिकनगुनिया के खिलाफ गंभीर हैं.
लेकिन जब हमने इलाके के लोगो से बात की तो तस्वीर और इलाके के लोगो की प्रतिक्रिया कुछ और निकली. लोगों का दर्द उभर आया लोगो ने कहा ये वही गलियां थीं जहां फॉगिंग करते हुए दोनों बड़े नेताओं ने तस्वीरें खिंचवाई थी. लेकिन अब यहां फॉगिंग नहीं मच्छरों की आहट सुनाई देती है. इलाके के लोगों का आरोप है कि एक हफ्ते पहले की गई फॉगिंग महज दिखावा थी. उसके बाद यहां न तो कोई नेता आया और न ही फॉगिंग हुई.
करोल बाग इलाका
रविवार को शाम 4 बजे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अजय माकन सरकार पर हमला बोलते हुए करोल बाग के अजमल खां रोड पर फॉगिंग करने पहुंचे थे. यहा भी जनता ने हमसे वही कहा जो सोनिया विहार के लोगो ने कहा था. लोगो ने बात करते हुए बताया कि माकन जी आये तो थे फॉगिंग करने, लेकिन 2 मिनट भी ढ़ंग से फॉगिंग नहीं की और चलते बने उसके बाद कोई नहीं आया.
केजरीवाल ने किया था दावा
गले का ईलाज कराने के बाद बैगलोर से लौट कर केजरीवाल ने एक वीडियों जारी कर जनता से कहा था कि डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने के लिए तमाम राजनीति क दलों को साथ लाने का दावा किया है. लेकिन डेंगू-चिकनगुनिया से ये लड़ाई महज बयानबाज़ी तक ही सीमित नजर आती है. दिल्ली के हर मोहल्ले और हर गली में न तो मच्छर मारने की दवाई का छिड़काव हुआ है. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की हर गली और हर मोहल्ले में, हर दूसरे दिन फॉगिंग करने और मच्छर मारने की दवाई छिड़कने का वादा किया था.