दिल्ली : यूपी और उत्तराखंड से आए नतीजों के बाद बीजेपी में सीएम के नाम के लेकर चर्चा तेज हो गई है. रविवार शाम हुई बीजेपी संसदीय दल की बैठक में अंतिम मुहर न लग पाने के बाद आज कोयंबटूर में संघ प्रमुख मोहन भागवत और संघ के कई वरिष्ठ नेताओं की बैठक चल रही है. जिसमें यूपी और उत्तराखंड के सीएम के नामों पर चर्चा होने की उम्मीद है.
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह चौंकाने वाला फैसला ले सकते हैं. पार्टी सूत्रों ने बताया कि रविवार को हुई संसदीय बोर्ड की करीब दो घंटे चली बैठक में महज चुनाव के नतीजों पर चर्चा हुई. बैठक में विधायक दल की बैठक बुलाने की तारीख और पर्यवेक्षक नियुक्त करने पर सहमति बनी. इस सूबे में पार्टी का चेहरा कौन होगा इस पर शाह और प्रधानमंत्री मोदी 16 मार्च से पहले अंतिम निर्णय लेंगे.
16 मार्च को यूपी में विधायक दल की बैठक बुलाने और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव को बतौर पर्यवेक्षक भेजने का फैसला किया गया था. बोर्ड ने मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को दे दिया है.
सूत्रों की मानें तो उत्तराखंड पर चर्चा के दौरान त्रिवेंद्र रावत और सतपाल महाराज के नाम की चर्चा हुई, जिसमें त्रिवेंद्र की पैरोकारी अधिक मजबूत दिखी.