लखनऊ : अखिलेश यादव ने अब साबित कर दिया है कि वह समाजवादी पार्टी में खुद को नए मुखिया के तौर पर मान चुके हैं। पिछले कुछ समय से अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह के खिलाफ फैसले लेकर सपा में अपने कद की पहचान करवाई। अखिलेश यादव का इस पूरी लड़ाई में रामगोपाल यादव भी साथ दे रहे हैं लेकिन जिस तरह अखिलेश यादव पिछले कुछ समय से बिना डरे अपने कदम बढ़ा रहे है उससे एक बात तो साफ़ है कि अखिलेश यादव का समाजवादी पार्टी का धड़ा नेता जी के खिलाफ जाकर साथ दे रहा है।
आखिर समाजवादी पार्टी में ऐसे कौन से नेता हैं जो इन दिनों अखिलेश यादव के बेहद करीब माने जाते हैं। यूपी की राजनीति को समझने वाले बताते हैं कि अखिलेश यादव को सबसे बड़ा समर्थन समाजवादी पार्टी में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी का है। चौधरी अखिलेश के राजनीतिक सलाहकार हैं और अखिलेश उनपर आँख मूंदकर भरोसा भी करते हैं। चौधरी को लेकर कहा जाता है कि वह चाहें तो अखिलेश के फैसले को भी पलटने की क्षमता रखते हैं।
अखिलेश यादव के दूसरे करीबी के रूप में सपा के नेता उदयवीर सिंह को माना जाता है। अखिलेश के बेहद करीबी होने के कारण कुछ समय पहले मुलायम सिंह और शिवपाल ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था क्योंकि उन्होंने अखिलेश के समर्थन में एक चिट्ठी लिखी थी। सपा नेता अभिषेक मिश्र भी अखिलेश यादव के करीबियों में गिने जाते हैं। वह यूपी के एक वरिष्ठ नौकरशाह के बेटे हैं। 2012 में अखिलेश ने उन्हें चुनाव लड़ाया था और वह मंत्री परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं।
अभिषेक मिश्र आईआईएम अहमदाबाद में पढ़ाते थे। उनके चुनाव प्रचार में आईआईएम के छात्रों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था और इसी वजह से वो एकाएक चर्चा में आए थे।समाजवादी पार्टी के एसआरएस यादव भी अखिलेश गुट के प्रमुख सदस्य हैं। वह 1989 से मुलायम सिंह की राजनीति के करीबी रहे। कोऑपरेटिव बैंक में काम कर चुके यादव मुलायम सिंह के ओएसडी भी रह चुके हैं। फ़िलहाल अखिलेश के प्रमुख रणनीतिकारों में वह शामिल हैं। इसके अलावा इन दिनों अखिलेश के रणनीतिकारों में सुनील यादव 'साजन' और संजय लाठर का भी नाम आ रहा है।